बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सरकारी आदेश के बाद पिछले दिनों अपना बंगला खाली किया। लेकिन जब पीडब्ल्यूडी के अधिकारी बंगले का मुआयना करने गए तो यहां तबाही जैसार मंजर दिया। खिड़की दरवाजे उखड़े हुए थे, दीवारों से टाइल्स नोंचे गए थे, फर्नीचर बिखरा था, दूसरे शब्दों में कहें तो खंडहर जैसा माहौल था। कहा जा रहा था कि पप्पू यादव बंगला छोड़ने से पहले सब तहस नहस करके गए हैं।
लेकिन अब इसकी दूसरी तस्वीर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बंगले के भीतर अवैध कंस्ट्रक्शन किया गया था। उनके ऑफिस में या जो लोग बाहर से आते है उनके ठहरने के लिए एक अवैध निर्माण किया गाय था। इसी निर्माण को तुड़वाया गया है। इस बीच मीडिया में खबर आई थी कि पप्पू यादव ने बंगला खाली करने से पहले तोड़फोड़ की थी। जबकि असल बात यह है कि पप्पू यादव के बंगले में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है, बंगले के अंदर पार्किंग एरिया में अवैध निर्माण किया गया था। वही निर्माण तोड़ा गया है।
पप्पू यादव के बंगला छोड़ने के बाद सीपीडब्ल्यू के चीफ इंजीनियर उज्ज्वल और अन्य ऑफिसर बंगले का जायजा लेने आए थे। चीफ इंजीनियर के मुताबिक सिर्फ अवैध निर्माण जो था उसमे तोड़फोड़ की है। अगर पप्पू यादव ये नहीं तोड़ते तो सरकारी आदेश के बाद हम इस अवैध निर्माण को तोड़ते। उन्होंने साफ किया है कि बंगले के भीतर किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि बंगले के अंदर जो फर्नीचर है वो सरकारी भी है और सांसद का प्राइवेट फर्नीचर है। वो सब जब जमा करेंगे तो उसकी लिस्ट तैयार की जाती है। उसमे कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती।