नई दिल्ली: वर्तमान जीवनशैली में व्यक्ति काम में व्यस्त रहने के कारण कई प्रकार की तनाव व बीमारियों से जूझ रहा है। योग हमारे शरीर व मन से इन व्याधियों को दूर करने में उपयोगी सिद्ध हुआ है। यहीं कारण है कि विश्व भर ने इसकी सार्थकता को अपनाया है। इसके अलावा यह एक बेहतर करियर ऑपशन के रूप में भी उभर कर सामने आया है। भारत सरकार द्वारा योग को प्रोत्साहन दिए जाने और इसकी अनिवार्यता को लागू करने के प्रयास किए जा रहे है। यदि आप योग में माहिर है और योग को अपने करियर के तौर पर देखते है तो स्किल डेवलपमेंट के तहत योग ट्रेनर, योग इंस्ट्रक्टर, योग टिचर और योग थेरेपिस्ट जैसी जॉब्स मिल सकती है। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
योग-विज्ञान में यदि आपकी अधिक रूचि है तो आप योग इंस्ट्रक्टर के तौर पर काम कर सकते है। इसके अलावा रिसर्च और ट्रेनिंग के क्षेत्र में भी आप योग थेरेपिस्ट के रूप में सेवाएं दे सकते है। यदि आपकी विदेशी भाषाओं में पकड़ अच्छी है तो आप योग की ट्रेनिंग लेकर विदेश भी जा सकते है। जिम, हेल्थसेंटर, टूरिस्ट रिजॉर्ट, सोसाइटीज, स्कूल, कॉलेजो और कम्पनियों में योग ट्रेनर और योग थेरेपिस्ट की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
एसोचैम की एक रिपोर्ट के अनुसार कहा गया है कि 2019 तक योग प्रशिक्षण की मांग 35 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। प्रत्येक विश्वविद्यालय में योग विभाग खोले जाने पर विचार किया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि देश में 3 लाख से अधिक शिक्षकों की कमी है। यदि वेतन की बात करें तो स्कूल में योग शिक्षक के तौर पर आपको 35 हजार रुपये तक मिलेंगे। वहीं विश्वविद्यालय में योग शिक्षक का वेतन 45-50 हजार के बीच होता है।
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