दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के उपद्रव को देख रह कोई सिहर गया। अनियंत्रित किसान ट्रैक्टर और लाठी लेकर दिल्ली में फैल गए और लाल किले से लेकर आईटीओ तक जमकर उत्पात मचाया। लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह पूरा दंगा किसानों का आक्रोश था या फिर एक सोची समझी साजिश?
दंगों की साजिश को ध्यान में रखते हुए पुलिस हर वीडियो की जांच कर रही है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो 21 जनवरी का है। वीडियो में टिकैत ने किसानों को लाठी-डंडे लाने की बात की है। लाठी-डंडे लाने की बात करने के बाद टिकैत कह रहे हैं कि समझ जाना। आखिर वो किसानों को क्या समझाना चाहते हैं।
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पहले आप ये वीडियो देखिए
क्या कह रहे हैं टिकैत
वीडियो में साफ पता चल रहा है कि किसानों के नेता टिकैत किसानों से कह रहे हैं कि यहां आओगे, बातचीत चल ही रही है। ठीक-ठाक आना, 5-7 दिन का राशन-पानी लेकर आओ। सरकार मान नहीं रही है। सरकार टेढ़ी पड़ रही है। झंडा भी ले आना, लाठी-डंडे भी अपने साथ रखना। समझ जाना सारी बात। ठीक है! झंडा तिरंगा भी लगा लेना उसमें। आ जाओ बस, अब बहुत हो गया।
टिकैत ने दी सफाई
21 जनवरी के वायरल वीडियो पर किसान नेता राकेश टिकैत के दंगा फैलाने वाले बयान पर बवाल बढ़ा तो उन्होंने सफाई दी। लेकिन उनकी ये सफाई किसी को हजम नहीं होगी टिकैत ने कहा- मैंने, झंडा लगाने के लिए किसानों से अपना डंडा लाने को कहा था। बिना डंडा के कैसे लगता झंडा। टिकैट ने ये भी कहा- हिंसा करने वालों को आंदोलन छोड़ना पड़ेगा।