नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन और तेज होता नजर आ रहा है। रविवार को किसान नेताओं ने 8 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद और आगे की रणनीति को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। साथ ही सबकी निगाहें अब 9 दिसंबर को सरकार के साथ होने वाली किसानों की बातचीत पर भी टिकी हैं। भारतीय किसान यूनियन के जनरल सेक्रेटरी जगमोहन सिंह ने कहा कि किसानों में मंथन यही हुआ कि हम अपनी मांग से कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी के मन की बात हम सुन रहे हैं, अब उनको हमारे मन की बात सुनें। 8 दिसंबर को किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को 11 दलों ने अपना समर्थन दिया है।
बंद में शादी और एंबुलेंस को रहेगी छूट
किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा कि अब ये आंदोलन सिर्फ पंजाब का न होकर पूरे देश में बढ़ चुका है, भारत बंद के आह्वान को लेकर सरकार तिलमिलाई हुई है। किसान नेताओं ने कहा कि 8 दिसंबर को सुबह से शाम तक बंद होगा। चक्का जाम 3 बजे तक होगा। एम्बुलेंस और शादियों के लिए रास्ता खुला रहेगा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन रहेगा। चंडीगढ़ सेक्टर 17 के ग्राउंड में 7 तारीख को बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
सिंघु बॉर्डर पर जगमोहन सिंह ने कहा कि 'उन्होंने बातचीत के लिए समय मांगा है पर पता नहीं किससे बात करेंगे ऑफिसर्स से कॉर्पोरेट घरानों से या नागपुर RSS से। इतने सालों से मोदी की मन की बात सुन रहे हैं अब ये किसानों के मन की बात सुनें।” उन्होंने आगे कहा कि गुजरात से 250 नौजवान किसानों का जत्था मोटरसाइकिलों पर दिल्ली आ रहा है। आंदोलन को तेज करना हमारी मजबूरी है, क्योंकि केंद्र सरकार हमारे मुद्दों पर संजीदगी से काम नहीं ले रही है।
हरियाणा और राजस्थान में सभी मंडिया बंद रहेंगी
सिंघु बॉर्डर पर स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा कि 8 दिसंबर (मंगलवार) को सुबह से शाम तक यानि पूरे दिन भारत बंद रहेगा। चक्का जाम शाम 3 बजे तक रहेगा। दूध-फल-सब्ज़ी की सप्लाई भी बंद रहेगी। शादियों और इमरजेंसी सर्विसेज़ पर किसी तरह की कोई रूकावट नही आने देंगे। योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि इस संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल तमाम संगठन पहले दिन से कह रहे हैं कि इन काले कानूनों को निरस्त किया जाए। पहले दिन से हम यही बोल रहे हैं, MSP की गारंटी मिले। कई सूचनाएं हैं, जो आ चुकी हैं और कई पॉलिटिकल पार्टी हमारे भारत बंद को समर्थन दे रही हैं। मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं और उनका धन्यवाद कर कहता हूं कि सबको अपना झंडा छोड़ किसानों के झंडे तले आना चाहिए। हरियाणा और राजस्थान में सभी मंडिया बंद रहेंगी। उत्तराखंड के भी किसान संगठनों ने इसका समर्थन किया है, अब यह पूरे देश का आंदोलन है।
कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने किया भारत बंद का समर्थन
कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने किसानों की मांगों के समर्थन में 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस ने कहा है कि किसानों के हित में पार्टी इस बंद का पूरा समर्थन करेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 8 दिसंबर को देशभर के किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है, 'किसानों के पक्ष में 8 दिसंबर को भारत बंद का कांग्रेस पार्टी समर्थन करती है। जैसाकि हम जानते हैं, राहुल जी ने हस्ताक्षर अभियान, किसान व ट्रैक्टर रैली द्वारा भी किसानों के पक्ष में आवाज उठाई।'
किसानों के भारत बंद के ऐलान को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस किसानों और उनके संघर्षों के साथ एकजुट है. हम किसानों द्वारा दिए गए भारत बंद के आह्वान का तहे दिल से समर्थन करेंगे। हमारी सभी जिला इकाइयों को पहले से ही किसानों के समर्थन में धरना और प्रदर्शन करने का निर्देश दिया गया है।”
कल किसान मंडी जाएंगे अखिलेश यादव
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सोमवार (7 दिसंबर) से उत्तर प्रदेश में किसानों के समर्थन में सभाएं करेंगे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 7 दिसंबर को किसान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा, “‘किसान-यात्रा’: 7 दिसंबर, 2020, समय : 11 बजे. विशिष्ट किसान मंडी, ठठिया से किसान बाजार, मेडिकल कॉलेज तिर्वा, कन्नौज तक. आइए किसानों की आय में वृद्धि की मांग के लिए, बीजेपी सरकार की शोषणकारी नीतियों के खिलाफ, हम सब अपने किसान-बंधुओं के समर्थन मे एकजुट हों!”
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइडरी
किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने नई एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने बताया कि किसानों के विरोध के कारण चील्ला बॉर्डर (दोनों कैरिजवे) यातायात के लिए बंद हैं। वहीं एनएच 24 पर दिल्ली से गाजियाबाद जाने के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद है जबकि गाजियाबाद से दिल्ली जाने के लिए इस नेशनल हाइवे पर गाजीपुर बॉर्डर खुला हुआ । मतलब दिल्ली से गाजियाबाद जा सकते हैं लेकिन गाजियाबद से दिल्ली आने के लिए बॉर्डर बंद है।
लगातार 5 बार वार्ता रही बेनतीजा
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का आज रविवार (6 दिसंबर) को 11वां दिन है। शनिवार को किसान नेताओं और सरकार के बीच हुई 5वें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही। करीब 5 घंटे चली बैठक में सरकार और किसान अपने-अपने पक्ष पर अड़े रहे। अंत में किसानों ने मौन धारण करते हुए सरकार से नए कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए हां या ना में बताने के लिए कहा। किसानों के आंदोलन को लेकर NCP प्रमुख शरद पवार 9 दिसंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। पवार ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर परिपक्वता दिखानी चाहिए।
MSP जारी रहेगी, लिखकर भी दे सकते हैं- कैलाश चौधरी
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आरोप लगाया है कि विपक्ष किसानों को भड़का रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को समझना चाहिए कैसे इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है और उन्हें राजनीतिक फायदे के लिए काम कर रहे लोगों का शिकार नहीं होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि MSP की व्यवस्था जारी रहेगी, हम इसे लिखकर भी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश का किसान इन कानूनों के पक्ष में है, लेकिन कुछ लोग उन्हें भड़का रहे हैं। मुझे भरोसा है कि देश के किसान कुछ भी ऐसा नहीं करेंगे जिससे कि देश की शांति खतरे में पड़े।