किसान आंदोलन में शाहीन बाग की तरह अराजकता फैलाने की कोशिश: पीयूष गोयल
किसान आंदोलन में शाहीन बाग की तरह अराजकता फैलाने की कोशिश: पीयूष गोयल
किसान संगठन अपने आंदोलन को और धार देने की तैयारी में हैं। किसान संगठनों ने न सिर्फ नए कृषि कानूनों की वापसी के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है बल्कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए शनिवार को देशभर टोल फ्री करवाने और जयपुर-दिल्ली हाईवे बंद करवाने का दावा किया है।
देश की राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अबतक कोई हल नहीं निकला है। शुक्रवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एकबार फिर किसान संगठनों से बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाने का निवेदन किया।
वहीं दूसरी तरफ किसान संगठन अपने आंदोलन को और धार देने की तैयारी में हैं। किसान संगठनों ने न सिर्फ नए कृषि कानूनों की वापसी के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है बल्कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए शनिवार को देशभर टोल फ्री करवाने और जयपुर-दिल्ली हाईवे बंद करवाने का दावा किया है।
कृषि कानूनों पर उपजे भ्रम को दूर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भी रणनीति बनाई है। भाजपा ने ग्रामीण क्षेत्रों में चौपाल लगाने सहित देशव्यापी कार्यक्रमों की एक विस्तृत रूपरेखा तय की है ताकि किसानों को इन कानूनों से होने वाले फायदों के बारे में अवगत कराया जा सके। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी की ओर से देश भर के 700 से अधिक जिलों में संवाददाता सम्मेलन और जन सभा सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
किसानों के आंदोलन को विभिन्न विपक्षी दलों की ओर से समर्थन दिए जाने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमले किए जाने के बाद भाजपा ने इन कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है। भाजपा ने विपक्षी दलों पर कृषि सुधार कानूनों के बारे में किसानों को भ्रमित करने का आरोप लगाया है और कहा कि राजनीति स्वार्थों की सिद्धि के लिए वे किसानों को उकसा रहे हैं।
आज पूरे दिन किसान आंदोलन से जुड़ी खबरें आप हमारे इस पेज पर पढ़ सकेंगे।
मैं समझता हूं कि विपक्ष के 18 दलों ने मिलकर कोशिश कर ली पर भारत नहीं बंद हुआ। भारत चलेगा, भारत और तेज़ चलेगा, दौड़ेगा। ये विश्वास आज देश में है: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:38 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
सबका विश्वास रहता है कि हमारे लीडर हमारा ध्यान रखेंगे पर शायद यहां ऐसे लीडर हैं ही नहीं। ऐसा डर का माहौल इन नक्सल लोगों ने बना दिया है कि जो किसान नेता असल मुद्दों की बात करना भी चाहते हैं तो किसी में हिम्मत ही नहीं बन पा रही है क्योंकि ये डरा देते हैं: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:38 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
भारत सरकार के द्वार 24 घंटे किसानों के लिए खुले हैं। मैं समझता हूं कि अगर ये किसान आंदोलन माओवादी और नक्सल ताकतों से मुक्त हो जाए, तो हमारे किसान भाई-बहन जरूर समझेंगे कि किसान के ये बिल उनके और देशहित के लिए हैं: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:37 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
देशभर में किसान खुश हैं उन्हें दिख रहा है कि नया निवेश आएगा, इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा, रोज़गार के नए अवसर बनेंगे। इन सब अवसरों से माओवादी ताक़तें किसानों को वंचित रखना चाहती हैं। मैं सभी पॉलिटिकल पार्टियों से डिमांड करता हूं कि उन्हें किसानों को भ्रमित कर उनके कंधों पर एक आंदोलन के रास्ते को प्रोपागेट करने की बजाय इन माओवादी-नक्सल ताक़तों से देश को भली भांति अवगत करवाना चाहिए: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:37 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
एक किसान के कुछ नेताओं ने इस आंदोलन को हाइजैक कर लिया है। नक्सल-माओवादी ताक़तें जो वहां हावी हो गई हैं...ऐसे में किसानों को समझना पड़ेगा कि ये आंदोलन उनके हाथ से निकल कर इन माओवादी और नक्सल लोगों के हाथ में चला गया है: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:29 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
हमने उनकी पुरानी बातों में से निचोड़ निकालकर जो उनके संदेह नज़र आए उस पर एक बहुत अच्छा प्रपोजल दिया लेकिन उस पर भी कोई चर्चा करने को तैयार नहीं है। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि माओवादी और नक्सल उन्हें चर्चा से रोक रहे हैं: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Dec 12, 20208:26 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसान आंदोलन अब किसानों का नहीं रहा। किसान आंदोलन में वामपंथी और माओवादी तत्व घुस चुके हैं और कृषि सुधारों को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
Dec 12, 20208:22 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। नए कृषि कानूनों के जरिए हमने जंजीरों से आजाद करने का माध्यम दिया। जनता समझ चुकी है कि किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाई जा रही है।
Dec 12, 20208:16 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सुखबीर बादल पहले कृषि कानूनों से संतुष्ट थे।राजनीतिक कारणों से वो अब विरोध कर रहे हैं। सुखबीर बादल और कैप्टन अमरिंदर ने कभी एमएसपी की चर्चा नहीं की। सुखबीर बादल को अपने अहंकार से निकलना होगा। कानून पास होने के बाद से ही देश सरकार और मोदी जी के साथ खड़ा है।
Dec 12, 20208:14 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मैं किसानों से अपील करता हूं कि आगे आएं और मुद्दों पर चर्चा करें। हम चाहते हैं कि फसल बेचने के लिए किसानों के पास कई विकल्प हों।
Dec 12, 20208:12 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमने किसी पुरानी व्यवस्था को नहीं बदला है। हम चाहते हैं फसल बेचने के लिए किसानों के पास कई विकल्प हों। सुखबीर बादल पहले कृषि कानूनों से संतुष्ट थे।
Dec 12, 20208:09 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसानों को कुछ भ्रांतियां थी जिससे उन्होंने आंदोलन का रास्ता अपनाया। पहली बैठक से ही किसानों के दो ग्रुप थे। शुरुआत में किसान नेताओं से दो ज्ञापन मिले थे। दूसरे ज्ञापन में बुद्धिजीवियों के रिलीज की बात थी। बाद में ज्वाइंट ज्ञापन में भी बुद्धिजीवियों के रिलीज की बात कही गई। किसानों के साथ बैठक के दौरान लगा कुछ लोग बातचीत डिरेल करना चाहते हैं।
Dec 12, 20208:06 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसान आंदोलन में गलत ताकतों को एक्सपोज करने के लिए इंडिया टीवी का धन्यवाद, सबसे पहले रजत जी ने आंदोलन का माहौल बिगाड़ने वालों का सच दिखाया।
Dec 12, 20208:05 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि हम किसानों के साथ खुले दिल से मीटिंग में चर्चा करना चाहते थे लेकिन लगता है किसान आंदोलन में नक्सल और माओवादी ताकतें हावी हो रही हैं। कांग्रेस के नेता मिलते हैं तो कहते हैं आपने सारे मुद्दे हल कर दिए।
Dec 12, 20208:04 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
किसान आंदोलन और नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों के मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में दे रहे हैं।
Dec 12, 20205:50 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
कल 11 बजे शाहजहांपुर (राजस्थान) से जयपुर-दिल्ली वाला जो रोड है उसे रोकने के लिए हज़ारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर मार्च करेंगे: सिंंघु बॉर्डर से संयुक्त किसान आंदोलन के नेता कमल प्रीत सिंह पन्नू
Dec 12, 20205:42 PM (IST)Posted by Gaurav Shukla
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात करने के बाद हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि केंद्र और किसान संघ के बीच आपसी सहमति है और हम इस मुद्दे को बातचीत से हल कर सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि अगले 28 से 40 घंटे के अंदर एक और दौर की बातचीत होगी, जिसके बाद कुछ निर्णायक बयान सामने आ सकते हैं।
Dec 12, 20202:23 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
केंद्र सरकार किसानों के संघर्ष को बदनाम करने की कोशिश कर रही है- बादल
Dec 12, 20202:23 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
दुष्यंत चौटाला ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की
Dec 12, 20202:22 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
शंभू बाॅर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है
Dec 12, 20202:22 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
प्रदर्शनकारियों ने ईस्टर्न पेरिफेरल और NH-91 पर टोल मुक्त करा विरोध दर्ज कराया
भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने शनिवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे तथा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 91 पर कोट तथा सिरसा रामपुर के पास टोल मुक्त करा कर अपना विरोध जताया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष (युवा) गौरव टिकट के नेतृत्व में कार्यकर्ता सुबह से ही सिरसा, रामपुर टोल पर जुटने शुरू हो गए थे।
भाकियू पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने सिरसा रामपुर व कोट टोल पर पहुंचकर वाहन चालकों के लिए टोल पूरी तरह से फ्री करा दिया।
इस दौरान वाहन चालक बिना टोल दिए आराम से टोल बैरियर से पास हुए। गौरव टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक किसान विरोधी कानूनो को वापस नहीं ले लेती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। महानगर अध्यक्ष परविंदर अवाना ने कहा कि सरकार तानाशाह रवैया अपना कर किसानों की मांगों की अनदेखी कर रही है, लेकिन किसान इस बार झुकने वाले नहीं हैं और आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
Dec 12, 20201:01 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
सरकार नीति, नीयत के साथ पूरी तरह से किसानों के हित में प्रतिबद्ध: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के उद्योग जगत से कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का आह्वान करते हुये शनिवार को कहा कि सरकार भी नीति और नीयत से पूरी तरह किसानों के हित में काम करने के लिये प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल में हुए कृषि सुधारों से किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, प्रौद्योगिकी का ज्यादा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा और इसका ज्यादा फायदा किसानों को होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के पास मंडियों के साथ ही बाहरी खरीदारों को भी अपनी फसल बेचने के विकल्प हैं। उन्होंने कहा सरकार अपनी नीतियों और इरादों से किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है प्रधानमंत्री ने कहा कि फसल उगाने, फल और सब्जी उगाने में किसानों को आधुनिक प्रौद्योगिकी और तकनीक का जितना समर्थन हमारे उद्योग जगत से मिलेगा उतनी ही किसानों की आय बढ़ेगी।
Dec 12, 202012:42 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
फरीदाबाद टोल प्लाजा पर कैसे हैं हालात?
Haryana: Vehicles pass through Faridabad toll. हरियाणा के फरीदाबाद टोल प्लाजा पर किसान नहीं पहुंचे हैं। यहां टोल कर्मी अपना काम कर रहे हैं। टोल के शिफ्ट इंचार्ज अजय गौर ने कहा कि पुलिस यहां पर है। अगर NHAI की तरफ से कोई गाइडलाइन आएगी तो हम उसका पालन करेंगे।
Dec 12, 202012:12 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
आज भारत के किसानों के पास अपनी फसल मंडियों के साथ ही बाहर भी बेचने का विकल्प है। आज भारत मे मंडियों का आधुनिकीकरण तो हो ही रहा है, किसानों को डिजिटल प्लेटफार्म पर फसल बेचने और खरीदने का भी विकल्प दिया है। इन सारे प्रयासों का लक्ष्य यही है कि किसानों की आय बढ़े, देश का किसान समृद्ध हो। जब देश का किसान समृद्ध होगा तो देश भी समृद्ध होगा।- पीएम मोदी
Dec 12, 202012:11 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
ये निश्चित है कि 21वीं सदी के भारत की ग्रोथ को गांव और छोटे शहर ही सपोर्ट करने वाले हैं। आप जैसे entrepreneurs को गांव और छोटे शहरों में निवेश का मौका बिल्कुल नहीं गंवाना चाहिए।- FICCI की सालना बैठक में पीएम मोदी
Dec 12, 202012:11 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
पीएम-वाणी योजना के तहत देशभर में सार्वजनिक WiFi Hotspot का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इससे गांव-गांव में कनेक्टिविटी का व्यापक विस्तार होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि रूरल और सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी की इन प्रयासों में भागीदार बनें।- पीएम मोदी
Dec 12, 202012:10 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे,नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा। इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा। इन सबका सबसे ज्यादा फायदा मेरे देश के किसान को होने वाला है।- पीएम मोदी
Dec 12, 202012:10 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
एग्रीकल्चर सेक्टर और उससे जुड़े अन्य सेक्टर जैसे एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर हो, फ़ूड प्रोसेसिंग हो, स्टोरेज हो, कोल्ड चैन हो इनके बीच हमने दीवारें देखी हैं। अब है सभी दीवारें हटाई जा रही हैं, सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं।- पीएम मोदी
Dec 12, 202012:09 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
कृषि कानूनों पर पीएम मोदी
देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बीते वर्षों में तेजी से काम किये गए है। उससे भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर पहले से कहीं अधिक वाइब्रेंट हुआ है।- पीएम नरेंद्र मोदी
Dec 12, 202012:07 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने किया मार्च
किसानों ने गाजियाबाद-दिल्ली सीमा (गाजीपुर बॉर्डर) पर दिल्ली की तरफ मार्च किया। भारतीय किसान यूनियन के स्पोक्सपर्सन राकेश टिकैत ने कहा कि इस मार्च से हम सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि वो हमारी मांगे सुनें।
Dec 12, 202012:04 PM (IST)Posted by Yashveer Singh
दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर भारी पुलिस बल की तैनाती
विभिन्न किसान संगठनों द्वारा दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे को 12 दिसंबर को बंद करने की धमकी के बीच दिल्ली-गुरुग्राम सीमा के बिलासपुर, पंचगांव, खेरकी दौला टोल क्षेत्र, डूंडाहेड़ा-दिल्ली और राष्ट्रीय राजमार्ग -48 पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हालांकि पंचगांव चौक से एक्सप्रेसवे तक किसान अभी आगे नहीं बढ़े हैं। वहीं गुरुग्राम पुलिस विभाग ने दावा किया है कि उन्होंने कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए और यातायात गतिविधि में कोई व्यवधान न हो इसके लिए एनएच-48 के विभिन्न पॉइंट्स पर 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए हैं।
Dec 12, 202011:32 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
मोदी जी ने किसानों की दुर्दशा कर दी है- सपा नेता नरेश उत्तम अग्रवाल
Dec 12, 202011:24 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
आगरा के खंदौली टोल प्लाजा पर पुलिस सतर्क
Dec 12, 202011:10 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
आंदोलन तेज करने के लिए राकेश टिकैत की रणनीति, बोले- आज बारिश से बचने का तरीका ढूंढ़ेंगे
शनिवार सुबह दिल्ली एनसीआर में बारिश हुई जिसके कारण हल्की ठंड बढ़ गई। वहीं, खुले आसमान में बैठे रहने के कारण किसानों की झोपड़ियां भी भीग गई है। जिसको लेकर राकेश टिकैत ने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया। राकेश टिकैत ने IANS से कहा, " आज बारिश आएगी इससे बचने का तरीका ढूढेंगे कि कैसे खुले में आने वाले लोग को बचाना है। वहीं अपनी झोंपड़ी और अपनी पराली को गीला होने से बचाएंगे। अगर ये भीग गई तो किसानों को दिक्कत होगी।"
Dec 12, 202011:05 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
किसान कुरुक्षेत्र से दिल्ली की तरफ आ रहे हैं
Dec 12, 202011:01 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं
Dec 12, 202010:09 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
टिकरी बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
Dec 12, 202010:06 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
अंबाला में Shambhu Toll Plaza बंद
Dec 12, 202010:06 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
करनाल में किसानों ने बंद किया Bastara toll plaza
Dec 12, 20208:38 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
आंदोलन और मजबूत होगा, कल अमृतसर से ट्रैक्टर निकले। राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से ट्रैक्टर आ रहे हैं। पूरा भारत अब एक साथ है: सुखविंदर सिंह सभरा, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब
Dec 12, 20208:38 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी आज 17वें दिन भी सिंघु बाॅर्डर पर डटे हुए हैं।
Dec 12, 20208:09 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
विभिन्न किसान संगठनों के दिल्ली-जयपुर हाईवे को 12 दिसंबर को अवरुद्ध करने के निर्णय के दृष्टिगत गुरुग्राम के जिलाधीश अमित खत्री ने नियुक्त किए 68 ड्यूटी मजिस्ट्रेट।
ये ड्यूटी मजिस्ट्रेट पुलिस अधिकारियों के साथ ड्यूटी पर रहेंगे
12 दिसंबर से कार्य पूर्ण होने तक ये अधिकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट रहेंगे
वे कोड आफ क्रिमिनल प्रोसीजर 1973 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करेंगे
हाईवे अवरुद्ध करने के मामले में गुरुग्राम महानगर सिटी बस लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजू चौधरी को पूरे जिला के लिए ओवरऑल इंचार्ज नियुक्त किया गया है
एसडीम गुरुग्राम, बादशाहपुर, पटौदी तथा सोहना अपने-अपने क्षेत्र में ओवरआल इंचार्ज होंगे।
Dec 12, 20208:04 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं, उन्हें भ्रमित करने की कोशिश की जा रही: गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि नये कृषि कानून किसानों के हित में हैं लेकिन इस बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। नागपुर से लोकसभा सदस्य गडकरी ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि अगर किसान नए कृषि कानूनों का अध्ययन करेंगे, तो वे विरोध प्रदर्शन नहीं करेंगे। गडकरी ने कहा, “ये कानून किसानों के हित में हैं। हालांकि, राजनीतिक मकसद से किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है। मैं राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि वे इस पर चर्चा करें कि किसानों को क्या फायदा हो रहा है और उन्हें क्या नुकसान होगा।”
Dec 12, 20208:03 AM (IST)Posted by Yashveer Singh
अगर किसानों से बात करना चाहती है तो औपचारिक न्यौता भेजे: भाकियू नेता राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यदि सरकार किसान नेताओं से बातचीत करना चाहती है, तो उसे पिछली बार की तरह औपचारिक रूप से संदेश देना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि नये कृषि कानूनों को खत्म किए जाने से कम, कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा। सरकार ने बृहस्पतिवार को किसान संगठनों से, उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए अधिनियम में संशोधन करने के उसके प्रस्तावों पर गौर करने का आह्वान किया था और कहा था कि जब भी किसान संगठन चाहें, वह उनके साथ इसपर चर्चा के लिए तैयार है।
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