नई दिल्ली: पुरानी कहावत है कि जाको राखे साइयां मार सके न कोई। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के इंदौर से। यहां पांच दिनों पहले एक युवक को अगवा करने के बाद उसका सिर पत्थरों से कुचल दिया गया था। जिसके बाद उसे इंदौर के नजदीक 500 फीट गहरी खाई में फेंक दिया गया था। वह युवक शुक्रवार को जिंदा पाया गया। उसकी सांसें चल रही थी। पुलिस ने छात्र को गंभीर हालत में खाई से निकालकर उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया है।
जानकारी के मुताबिक छात्र मृदुल भल्ला सागर से इंदौर में बीएससी की पढ़ाई करने आया था। छात्र का रविवार को उसके ही साथ पढ़ने वाले एक छात्र ने पहले अपहरण किया था और बाद में इंदौर से दूर जंगल में ले जाकर खाई में फेंक दिया था।
मृदुल क्लर्क कॉलोनी (परदेशीपुरा) में साथी सौरभ सेन के साथ किराये के मकान में रहता है। 7 जनवरी को वह लापता हो गया था। पुलिस ने कॉल डिटेल व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गुरुवार सुबह आरोपी आकाश रत्नाकर निवासी नौलखा, रोहित उर्फ पीयूष परेता निवासी कुशवाह श्रीनगर और विजय परमार निवासी राजदार गांव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आकाश ने अपहरण व हत्या कबूल ली।
पुलिस के मुताबिक आरोपी आकाश ने कबूला कि मृदुल को बंधक बनाकर कार में पाटनीपुरा, पलासिया से बायपास पहुंचा था। विजय ने आकाश से कहा कंपेल, खुड़ैल व पेड़मी में सागवान के घने जंगल हैं। उसकी हत्या कर शव ठिकाने लगा देंगे। दोपहर करीब 3 बजे तीनों पेडमी-उदय नगर रोड स्थित मुआरा घाट पहुंच गए। उन्होंने मृदुल के हाथ-पैर बांधे और मुंह पर टैप चिपकाया। कार से उतारकर पैदल सुनसान जगह ले गए। उसके सिर पर भारी पत्थरों से वार किए।
काफी देर तक हलचल नहीं होने पर मरा समझ उसे खाई में धकेल दिया। वह करीब 500 फीट नीचे जा गिरा। पिता मोहित के मुताबिक वह बेटे के जिंदा होने की उम्मीद खो चुके थे। उन्होंने रिश्तेदारों को भी बुला लिया था। सुबह वह जिंदा मिला।
मृदुल के पिता ने बताया कि मृदुल का अपहरण उसके साथ पढ़ने वाले उसके दोस्त जोंटी ने किया है। पिता मोहित के अनुसार आरोपी आकाश साथ पढ़ने वाली एक लड़की अंजलि से प्यार करता था। आरोपी छात्र आकाश को यह शंका थी कि उसका मृदुल से प्रेम-प्रसंग है। इसी बात से नाराज छात्र ने मृदुल का अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर पहले अपहरण किया और फिर उसे खुड़ैल के जंगलों में ले जाकर फेंक दिया था।