जींद। हरियाणा के जींद जिले की खेड़ा खाप पंचायत ने एक ऐसा निर्णय लिया है जिसके लिए देशभर में उसकी प्रसंशा की जा रही है। समाज में जातियों के विष को खत्म करने के लिए खेड़ा खाप पंचायत ने सभी लोगों को नाम से साथ जातीसूचक उपनाम नहीं लगाने का निर्देश दिया है। खेड़ा खाप पंचायत के प्रवक्ता उदयवीर बरसोला ने यह जानकारी दी है।
खाप पंचायत के प्रवक्ता ने बताया कि खाप ने समाज से जातीप्रथा को खत्म करने के लिए लोगों को निर्देश दिया है कि वह अपने नाम के साथ जातीसुचक उपनाम का इस्तेमाल नहीं करे। जातीसूचक उपनाम की जगह अपने गांव के नाम का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है।
खाप प्रवक्ता ने बताया कि पंचायत ने यह फैसला सर्वजातीय सम्मेलन के बाद लिया है, उन्होंने बताया कि खाप के सदस्यों ने 24 गावों का दौरा किया और इसके बाद सर्वजातीय सम्मेलन में फैसला लिया गया कि कोई भी अपने नाम के साथ जातीसूचक गोत्र का इस्तेमाल नहीं करेगा।