देहरादून। उत्तराखंड के खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का हथियारों के साथ वीडियो वायरल होने पर भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। भाजपा से निकाले जाने के बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि अब प्रणव भविष्य की राजनीति के लिए किस दल का दामन थामेंगे।
राजनीतिक पंडितों की मानें तो प्रणव सिंह चैंपियन आने वाले दिनों में बसपा के साथ नजदीकियां बढ़ाते नजर आ सकते हैं। दरअसल ऐसा यूं ही नहीं कहा जा रहा, प्रणव सिंह चैंपियन ने कुछ समय पहले महात्मा गांधी की जगह भीमराव आंबेडकर को राष्ट्रपिता का दर्जा देने की मांग की थी। राजनीतिक पंडितों की मानें तो चैंपियन खुद को अब अनुसूचित समाज के प्रति इसी तरह प्रेम दर्शा सकते हैं।
चैंपियन के बसपा में शामिल होने को लेकर अभी तक न तो उनकी तरफ से कोई बयान सामने आया है और न ही बहुजन समाज पार्टी की तरफ से। हालांकि बसपा का कहन है कि अगर वो पार्टी में आना चाहते हैं इस बारे में विचार किया जा सकता है।
आपको बता दें कि प्रणव सिंह चैंपियन साल 2016 में कांग्रेस से बगावत कर कुछ और विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने साल 2017 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी जीता। इसलिए यह माना जा रहा है कि कांग्रेस में उनकी वापसी बेहद कठिन है और इसी वजह से बीएसपी उनके लिए मुफीद साबित हो सकती है। आपको बता दें कि चैंपियन का हथियारों के साथ वीडियो वायरल होने पर लोगों ने उनकी काफी आलोचना की।