चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को जोर दिया कि कोई भी सिखों के लिए अलग राज्य नहीं चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने अकाल तख्त जत्थेदार के हालिया बयान को खारिज कर दिया कि अगर सरकार खालिस्तान की पेशकश करती है तो सिख समुदाय उसे स्वीकार कर लेगा।
अमरिंदर सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान खालिस्तान के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा, “देश में रहने वाले सिख खुशहाल जीवन जी रहे हैं। वे क्यों खालिस्तान चाहेंगे? कोई यह नहीं चाहता और मैं भी यह नहीं चाहता।’’
उन्होंने कहा कि हर सिख हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए खड़ा रहा है। सिंह ने कहा, “क्या आप जानते हैं कि हमारे यहां कितने सिख सैनिक हैं? वे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं। हम अपने देश के लिए लड़ते हैं और यह हमारा देश है।”
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने छह जून को कहा था, "अगर सरकार पेशकश करती है तो सिख समुदाय सिखों के लिए एक अलग राज्य खालिस्तान को स्वीकार कर लेगा।" उन्होंने ऑपरेशन ब्लूस्टार की 36वीं बरसी पर खालिस्तान का मुद्दा उठाया था।