श्रीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने शनिवार 23 अक्टूबर को अपने जम्मू-कश्मीर दौरे की शुरुआत शहीद पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के घर जाकर की। शहर के बाहरी इलाके नौगाम में 22 जून को मस्जिद में शाम की नमाज अदा कर लौट रहे अहमद डार को आतंकवादियों ने उनके घर के पास गोली मार दी थी। अमित शाह ने डार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और डार की विधवा फातिमा अख्तर को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी में नियुक्ति के दस्तावेज सौंपे। इसके अलावा शाह ने श्रीनगर कर लोकप्रिय दवा दुकान के मालिक कश्मीरी पंडित मखनलाल बिंद्रू और स्कूल की प्राचार्या सुपिंदर कौर समेत हाल के आतंकवादी हमलों में मारे गये नौ लोगों के परिवार के सदस्यों से भी भेंट की। इसके बाद गृह मंत्री शाह ने सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की। इस दौरान गृह मंत्री को केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों और सुरक्षा बलों द्वारा घुसपैठ रोधी उपायों की जानकारी दी गई।
- अमित शाह ने केंद्रशासित प्रदेश के यूथ क्लब को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं यहां कश्मीर के युवाओं से मित्रता करने आया हूं। मोदी जी और भारत सरकार के साथ हाथ मिलाइए और कश्मीर को आगे ले जाने की यात्रा में भागीदार बनिये।’’ ‘‘आतंकवाद के प्रति नरेंद्र मोदी सरकार की बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। यह मानवता के विरुद्ध है। मानवता के प्रति जघन्य अपराध से जुड़े लोगों से कश्मीर के लोगों को बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।’’
- अमित शाह ने भारी सुरक्षा वाले शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "आज, मैं आपसे बिना सुरक्षा और बिना बुलेट प्रूफ ग्लास के खुले दिल से बात करना चाहता हूं। उन्होंने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का केवल एक ही इरादा था- कश्मीर, जम्मू और नवनिर्मित लद्दाख (केंद्र शासित प्रदेश) को विकास के रास्ते पर लाना। आप 2024 तक हमारे प्रयासों का फल देखेंगे।’’
- शाह ने बेमिना में 115 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 500 बिस्तरों वाले अस्पताल का उद्घाटन किया, हंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज, बारामूला जिले के फिरोजपुर नाले पर 46 करोड़ रुपये के स्टील गर्डर पुल और 4,000 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं तथा अन्य की आधारशिला रखी। गृह मंत्री ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही हो चुका है और स्थानीय युवाओं को पांच लाख नौकरियां प्रदान करने के लिए सरकार का लक्ष्य 2022 के अंत तक कुल 51,000 करोड़ रुपये के निवेश का है।
- जम्मू चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (जेसीसीआई) ने रविवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे की जल्द बहाली सहित कई मुद्दे शामिल थे। जेसीसीआई के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री से मुलाकात के दौरान उन्हें यह ज्ञापन सौंपा।
- जम्मू के भगवती नगर में जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का नाम लिये बगैर कहा कि पिछले सात दशक में जम्मू कश्मीर का विकास नहीं कर पाने के लिए तीन परिवार जनता के प्रति जवाबदेह हैं। रैली में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। लोगों की तालियों और नारों के बीच गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में विकास का नया चरण शुरू हो गया है, लेकिन नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों की ओर से अड़चन पैदा करने की कोशिश की जा रही हैं। मैं यहां आपको यह विश्वास दिलाने आया हूं कि कोई अड़चन पैदा नहीं कर पाएगा और शांति तथा विकास को अवरुद्ध नहीं कर सकेगा।’’
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को डिगियाना गुरुद्वारा में मत्था टेका और शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की। अधिकारियों ने बताया कि एक जनसभा को संबोधित करने के बाद शाह दोपहर में गुरुद्वारा पहुंचे और इस दौरान जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा तथा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी उनके साथ थे। गृह मंत्री ने अपने तीन दिवसीय जम्मू कश्मीर दौरे के दूसरे दिन एक अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया और उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू स्थित केंद्र के तीसरे चरण के कार्य की आधारशिला भी रखी।
- अमित शाह ने सोमवार को कहा कि सूफीवाद भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। केन्द्र शासित प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर आए शाह ने यहां सूफी संतों से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कश्मीर शुरू से ही भारत की समृद्ध विरासत का केंद्र बिंदु रहा है। सूफी संस्कृति भी उसी समृद्धता का एक भाग है, जो शांति और उदारवाद की प्रतीक है।’’
- जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में स्थित खीर भवानी मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की और कहा कि इस मंदिर में एक दैवीय शक्ति है, जो केवल यहां दर्शन करने के बाद ही महसूस की जा सकती है। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री मध्य कश्मीर जिले के तुलामुला इलाके में चिनार के पेड़ों से घिरे मंदिर परिसर में सोमवार तड़के गए। पारंपरिक कश्मीरी पोशाक फिरन पहने शाह ने माता रागन्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे।
- अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे को विस्तार देते हुए सोमवार रात में पुलवामा के लेथपुरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शिविर में रुकने का फैसला किया। यह वही स्थान है जहां फरवरी 2019 में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किये गए एक कार बम हमले ने 40 से ज्यादा जवानों की जान ले ली थी। अमित शाह ने मंगलवार को इन शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीदों की याद में पौधारोपण भी किया।
इनपुट-भाषा