नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने अमेरिका निर्मित आठ लड़ाकू हेलीकॉप्टरों’ को मंगलवार को अपने बेड़े में शामिल किया। इन हेलीकॉप्टरों को बेड़े में शामिल किये जाने से बल की मारक क्षमता में ऐसे समय महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जब भारत सीमा पार आतंकवाद समेत जटिल सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है। एरोस्पेस क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग निर्मित ये आठ हेलीकॉप्टर भारत द्वारा अमेरिका के साथ लगभग चार साल पहले 22 अपाचे एएच-64ई हेलीकॉप्टरों के लिए किए गए समझौते का हिस्सा हैं।
अपाचे हेलीकॉप्टर के बारे में खास बातें
भारत के अलावा इन देशों के पास अपाचे हेलीकॉप्टर
अपाचे हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल भारत से 14 देश कर रहे हैं। यह देश हैं अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, कोरिया, इजिप्ट, ग्रीस, इंडोनेशिया, कुवैत, नीदरलैंड, सऊदी अरब, सिंगापुर, कतर और इजराइल।
अपाचे में क्या-क्या लगा है
टारगेट को खोजने, उसे ट्रैक करने और उसपर हमला करने के लिए लेजर, इंफ्रारेड और अन्य सिस्टम (नाइट विजन सेंसर के साथ) लेजर से नियंत्रित होने वाली हेल्लफायर मिसाइल, 70 मिलीमीटर रॉकेट, 30 एमएम की ऑटोमैटिक गन जिसमें 1200 हाई एक्सप्लोसिव डूएल पर्पज एम्युनेशन राउंड लगे हुए हैं। लॉन्ग रेंज वेपन एक्युरेसी और हर मौसम तथा दिन और रात में कभी भी इस्तेमाल किए जाने की क्षमता टारगेट चाहे रुका हुआ हो या चल रहा हो, उसे पहचानने की क्षमता।