कोच्चि: केरल के कोच्चि के पास एक प्राइवेट अस्पताल में शुक्रवार सुबह उस 3 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जिसकी मां ने बेरहमी से उसकी पिटाई की थी। इस पिटाई से उसके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं। अलुवा के अस्पताल में बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि लकड़ी की किसी चीज से पीटे जाने के कारण बच्चे के सिर पर चोट लगी थी। डॉक्टरों ने कहा कि सिर पर चोट लगना ही बच्चे की मौत की वजह हो सकती है। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल सकता है।
शरारत करने पर मां ने की थी पिटाई
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि शरारत करने पर कथित तौर पर मां द्वारा पीटे जाने के बाद लड़का कोमा में चला गया था। घटना के संबंध में झारखंड की रहने वाली महिला को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि उस पर IPC की धारा 302 (हत्या) का मामला दर्ज किया जाएगा। इससे पहले उस पर IPC की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और किशोर न्याय कानून की धारा 75 (बच्चे के साथ क्रूरता के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने बताया कि महिला ने कथित तौर पर बच्चे की पिटाई की और उसे प्रताड़ित किया। बच्चे के शरारत करने के कारण महिला ने ऐसा किया।
बच्चे के पिता ने भी अस्पताल में बोला झूठ
यह स्तब्ध करने वाली घटना तब प्रकाश में आई जब बच्चे का पिता बुधवार रात को उसे अस्पताल लेकर आया। उसने बताया कि डेस्क से गिरने के कारण बच्चे को चोट लग गई। संदेह होने पर डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने बताया कि ऐसा पता चला कि बच्चे को लकड़ी की किसी वस्तु से मारा गया और उसके शरीर के कई हिस्सों पर जलने की चोटें थीं। बच्चे के सिर पर चोटें आई थीं। डॉक्टरों ने बताया कि मस्तिष्क का दायी तरफ का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
बच्चे के साथ ‘मां-बाप’ के रिश्ते की जांच करेगी पुलिस
केरल सरकार ने कहा था कि वह बच्चे के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी। सरकार ने बच्चे को बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने के लिए कोट्टायम के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से विशेषज्ञों की एक टीम भी भेजी थी। पुलिस की एक टीम बच्चे के परिवार के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए झारखंड रवाना हो गई है और वह यह भी पता लगाएगी कि क्या पिता और मां बच्चे के जैविक माता-पिता हैं।