तिरुवनंतपुरम: केरल में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 99 और मरीजों की मौत हो गई तथा महामारी के 9,361 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही कुल मामले बढ़कर 48,88,678 हो गए तथा मृतकों की संख्या 27,765 पर पहुंच गई। राज्य सरकार की विज्ञप्ति के अनुसार, आज 9,401 लोग ठीक हो गए। अब तक कोविड-19 से पीड़ित होने के बाद कुल 47,88,629 लोग ठीक हो चुके हैं। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा, “अभी कोविड-19 के 80,892 मरीज उपचाराधीन हैं जिनमें से केवल 9.8 प्रतिशत ही अस्पताल में हैं।” उन्होंने कहा कि 211 वार्डों में साप्ताहिक संक्रमण जनसंख्या अनुपात 10 प्रतिशत से ज्यादा है।
इस बीच कई विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना वायरस का कोई नया स्वरूप नहीं आता है तो अभी भारत के कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर जैसी विनाशकारी लहर की चपेट में आने की आशंका नहीं है। विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि, कोविड-19 के कम संख्या में मामले सामने आने का यह मतलब नहीं है कि महामारी अब स्थानिक है। बता दें कि किसी रोग को स्थानिक तब कहा जाता है, जब यह किसी भोगौलिक क्षेत्र में लगातार मौजूद रहता है लेकिन इसके प्रभाव को कम किया जा सकता हो।
कुछ ही दिनों में दिवाली समेत त्योहारी मौसम के नजदीक आने पर आगाह करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि संक्रमण के मामलों का कम होना तस्वीर का महज एक हिस्सा भर है और उन्होंने मृत्यु दर जैसे कारकों, व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन और ब्रिटेन जैसे देशों का जिक्र किया, जहां कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। भारत के कोविड-19 वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक लगाने की उपलब्धि हासिल करने के एक दिन बाद विषाणु वैज्ञानिक शाहिद जमील ने कहा कि वैक्सीनेशन की दर में काफी वृद्धि हुई है लेकिन इसकी गति और बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि भारत में प्रतिदिन पुष्टि होने वाले संक्रमण के मामले पिछले तीन महीनों से धीमी गति से घट रहे हैं, जो प्रतिदिन 40,000 से घट कर अब प्रतिदिन 15,000 रह गये हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार के आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 के 15,786 नये मामले सामने आने के साथ लगातार 28वें दिन मामलों में 30,000 से कम की प्रतिदिन की वृद्धि हुई। वहीं, 231 और मौतों के साथ कुल मृतक संख्या बढ़ कर 4,53,042 पहुंच गई। देश के सर्वश्रेष्ठ विषाणु विज्ञानियों में शामिल जमील ने कहा कि देश में मृत्यु दर करीब 1.2 प्रतिशत पर बनी हुई है।