तिरुवनंतपुरम: केरल में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 118 रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 27,202 तक पहुंच गई है। इसके अलावा संक्रमण के 8,733 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 48,79,317 हो गई। केरल सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बुधवार से 9,855 और लोगों के संक्रमण से उबरने के बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 47,79,228 हो गई। उपचाराधीन रोगियों की संख्या 81,496 है। बीते 24 घंटे में 86,303 नमूनों की कोविड-19 जांच की गई। बता दें कि राज्य में कई दिनों से 10 हजार से कम मामले सामने आ रहे थे, लेकिन बुधवार को 11 हजार से ज्यादा केस सामने आए थे। 14 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक 10 हजार से कम मामले सामने आए।
केरल में अबतक कोरोना वायरस के 48 लाख 79 हजार 317 मामले सामने आ गए हैं। इसमें से 47 लाख 79 हजार 228 मरीज ठीक हो गए हैं। वहीं 27 हजार 202 लोगों की मौत हो गई है। एक्टिव केस 81 हजार 496 है। एर्नाकुलम में सबसे ज्यादा 1,434 मामले सामने आए। इसके बाद तिरुवनंतपुरम में 1,102 और त्रिशूर में 1,031 मामले सामने आए हैं। नए मामलों में 68 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। वर्तमान में विभिन्न जिलों में 2,86,888 लोग निगरानी में हैं। इनमें से 2,77,907 होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और 8,981 अस्पतालों में हैं।
इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि लोगों को तब तक मास्क पहनना जारी रखना चाहिए, जब तक कि विशेषज्ञ कहें कि इसे पहनने की जरूरत नहीं है। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी देने के दौरान पूछे गए उस सवाल के जवाब में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह बात कही, जिसमें उन देशों में मास्क पहनना स्वैच्छिक किया गया है जहां 75 फीसदी से अधिक आबादी को कोविड वैक्सीन दिया जा चुका है।
ठाकुर ने अब तक वैक्सीन की खुराक नहीं लेने वाले पात्र लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की ताकि वायरस से बचाव हो सके। उन्होंने कहा कि महामारी के मद्देनजर आवश्यकता के अनुसार समय-समय पर निर्णय लिए गए। मंत्री ने कहा कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन और थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धोने जैसे उपाय महामारी से मुकाबला करने में मददगार साबित हुए।