तिरुवनतंपुरम: केरल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 से 15 मौतें हुईं और 1,899 नए मामले सामने आए। इन नये मामलों के साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 10.98 लाख हो गए और मृतकों की संख्या 4,450 पहुंच गईं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि राज्य में पिछले 24 घंटों में 54,314 नमूनों की जांच की गई है और संक्रमण दर 3.5 प्रतिशत है। अब तक राज्य भर में 1.25 करोड़ नमूनों की जांच की जा चुकी है। कोझीकोड में सबसे अधिक 213 मामले आए, जबकि तिरुवनंतपुरम में 200 और कोल्लम में 188 मामले आए। इस बीच, 2,119 लोगों ने बीमारी से निजात पाई, जिससे राज्य में अब तक ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 10,68,378 हो गई। अब राज्य में 25,158 लोग उपचाराधीन हैं।
वहीं भारत में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 35,871 नए मामले दर्ज किए गए जो 100 से अधिक दिनों में एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,14,74,605 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, लगातार आठवें दिन कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से संक्रमितों की संख्या 2,52,364 पर पहुंच गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 2.20 प्रतिशत है।
सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के स्वस्थ होने की दर गिरकर 96.41 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, 172 और कोविड-19 से लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,59,216 हो गई है। एक दिन में कोरोना वायरस के 35,871 मामले 102 दिन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। छह दिसंबर को संक्रमण के 36,011 नए मामले सामने आए थे। इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,10,63,025 हो गई है जबकि मृतकों की दर 1.39 प्रतिशत है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख से पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 17 मार्च तक 23,03,13,163 नमूनों की जांच की जा चुकी है। अभी तक देश में इस वैश्विक महामारी से 1,59,216 लोगों की मौत हुई है। इनमें से महाराष्ट्र में 53,080, तमिलनाडु में 12,564, कर्नाटक में 12,407, दिल्ली में 10,948, पश्चिम बंगाल में 10,298, उत्तर प्रदेश में 8,751 और आंध्र प्रदेश में 7,186 लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’
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