तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बर्खास्त किए गए प्रधान सचिव एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर से सीमा शुल्क अधिकारियों ने सोना तस्करी मामले में बुधवार सुबह तक करीब नौ घंटे तक पूछताछ की। इस सनसनीखेज मामले की जांच के संबंध में नौकरशाह को अधिकारियों के समक्ष पेश होने का नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद मंगलवार को शाम करीब पांच बजकर 15 मिनट पर वह पेश हुए। बुधवार देर रात दो बजकर 15 मिनट तक पूछताछ चलती रही जिसके बाद सीमा शुल्क अधिकारी शिवशंकर को उनके घर लेकर गए।
सीमा शुल्क विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या शिवशंकर ने मुख्य आरोपी सरित, स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को किसी तरह की मदद मुहैया कराने के लिए अपने पद का इस्तेमाल किया। शिवशंकर अभी एक साल के अवकाश पर हैं। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मीडिया को बताया था कि मुख्य सचिव डॉ विश्वास मेहता की अध्यक्षता वाली समिति नौकरशाह के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है और अगर वह दोषी पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और आईटी सचिव के पद से शिवशंकर को हटा दिया था। उन पर आरोप लगे कि उनके तिरुवनंतपुरम में संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के एक शख्स के नाम का इस्तेमाल कर कूटनीतिक सामान के जरिए सोने की तस्करी करने की कोशिश से संबंधित मामले में महिला आरोपी के साथ संबंध थे।
सीमा शुल्क अधिकारियों ने पांच जुलाई को 30 किलोग्राम सोना जब्त किया था। इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई। उसने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत चार आरोपियों सरित, स्वप्ना सुरेश, संदीप नायर और फासिल फरीद पर मुकदमा दर्ज किया।