कोच्चि। सोना तस्करी के सनसनीखेज मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को बताया कि उसने तिरूवनंतपुरम में स्वप्ना सुरेश के दो बैंक लॉकर से एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि और करीब एक किलोग्राम सोना जब्त किया। एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष पेश रिमांड रिपोर्ट में जांच एजेंसी ने कहा कि हिरासत के दौरान सुरेश ने बताया कि उसने अपराध की कमाई बैंक लॉकरों में रखी है और विभिन्न बैंकों में इनका निवेश जमा के तौर पर किया है।
स्पेशल एनआईए कोर्ट ने आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले आज ही एनआईए कोर्ट ने मुख्य आरोपी सारिथ पीएस को भी 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा था।
एनआईए ने बताया कि 23 जुलाई को सुरेश के लॉकर में रखे 36.5 लाख रुपये और एक अन्य बैंक में रखे 64 लाख रुपये तथा 982.5 ग्राम सोने के आभूषण बरामद किए थे। सुरेश और संदीप नायर की एनआईए की आज हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें विशेष अदालत में पेश किया गया। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अगर दोनों आरोपियों को जमानत पर रिहा किया जाता है तो वे फरार हो जाएंगे और मामले में साक्ष्यों से छेड़छाड़ करेंगे। इसरने कहा कि मामले में आगे की जांच के लिए उन्हें और हिरासत में रखे जाने की जरूरत है।
एनआईए की याचिका पर विचार करते हुए अदालत ने आरोपी को 21 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। इससे पहले अदालत ने एक अन्य आरोपी सरित को 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस बीच मामले की जांच कर रहे उत्पाद शुल्क (निषेध) आयुक्तालय ने भी सोना तस्करी मामले में सुरेश और नायर को शुक्रवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।