नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के सोना तस्करी मामले में धनशोधन की अपनी जांच के तहत 1.85 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने गुरुवार को इस बारे में बताया। इतनी बड़ी रकम की जब्ती तीन प्रमुख आरोपियों स्वपना सुरेश, सारिथ पीएस और संदीप नायर के खातों से प्रीवेंशन ऑफ मन लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) के तहत की गई है। इस बीच एडिश्नल चीफ जुडिशियल मैजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) ने स्वपना सुरेश और सारिथ पीएस को 28 दिसंबर तक कस्टम की हिरासत में भेज दिया है। वहीं ईडी ने पूर्व प्रधान सचिव की संपत्ति जब्त करने की भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पूर्व प्रधान सचिव की संपत्तियां जब्त होंगी
केरल सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तीन आरोपियों के खातों में जमा रकम जब्त करने के साथ ही केरल में सीएमओ के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी एम शिवशंकर की सभी संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि शिवशंकर को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय उनके खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मन लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के तहत चार्जशीट भी दायर करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में सोना तस्करी मामले में शिवशंकर का नाम एक मास्टरमाइंड के तौर पर दिया गया है। यह चार्जशीट उनकी गिरफ्तारी के 56 दिन बाद दायर हो रही है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे जुड़ी संपत्तियों की जब्ती का भी आदेश दे दिया है।
सोना तस्करी के खुलासे से सवालों में केरल सरकार
बता दें कि, सीमा शुल्क विभाग ने पांच जुलाई को केरल के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘‘राजनयिक सामान’’ से 30 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया था, जिसके बाद सोना तस्करी का यह मामला सामने आया था, जब्त सोने की कीमत 14.82 करोड़ रुपये बताई गई थी। ईडी ने कहा है कि संयुकत अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास भेजे जा रहे राजनयिक सामान से यह सोना बरामद किया गया था। ईडी ने कहा है कि केरल के सोना तस्करी मामले में धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत नकदी, सावधि जमा(एफडी) समेत 1.85 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की गयी है।
केरल में सोना तस्करी मामले के खुलासे के बाद से खुद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन विपक्ष के निशाने पर रहे हैं। हालांकि, वहां की सत्ताधारी पार्टी आरोप लगाती रही है कि इस केस में केंद्रीय जांच एजेंसियां कुछ ज्यादा ही तेजी दिखा रही हैं। पिछले गुरुवार को खुद सीएम विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर इसकी शिकायत की थी और उनसे इस मामले में तुरंत दखल देने की गुजारिश की थी।