इडुक्की: केरल में हुए राजमाला भूस्खलन में मौत का आंकड़ा 62 हो गया है। इडुक्की के पेटीमुडी में सर्च ऑपरेशन में एक 9 साल के बच्चे का शव मिला है। आपको बता दें कि यह घटना 7 अगस्त को केरल के इडुक्की जिले में हुई थी। यह हादसा सुबह हुआ था जिसमें मिट्टी का टीला मजदूरों के कच्चे घरों पर गिरा था। इन मजदूरों में अधिकतर तमिलनाडु के बागान श्रमिक थे। एक चौकीदार द्वारा भूस्खलन के बारे में अधिकारियों को सूचित करने के बाद लोगों को इस हादसे की जानकारी मिली थी।
इस त्रासदी में श्रमिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पाच लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि घायलों के इलाज का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया था कि मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘इडुक्की में भूस्खलन में हुई जान की क्षति से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’
सरकार के अनुसार, जिस स्थान पर भूस्खलन हुआ, वहां 78 लोग रह रहे थे। केरल में मूसलाधार बारिश, भूस्खलनों और बांध के फाटक खुले जाने से नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कोट्टायम और अलप्पुझा के निचले इलाकों में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस जाने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस हादसे पर अधिकारियों ने बताया था कि राजामाला के निकट पेट्टीमुडी में एनडीआरएफ, अग्निशमन और पुलिस विभाग के कर्मी लापता लोगों की तलाश के काम में जुटे हैं। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर तलाश जारी है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
इडुक्की के जिलाधिकारी एच दिनेश ने बताया कि तलाश अभियान में मदद के लिए दो जीपीआर उपकरण के साथ चार सदस्यीय टीम भी शामिल हो गयी है । समुद्र विज्ञान संस्थान से ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) उपकरण मंगाए गए हैं । सूत्रों ने बताया कि तलाश अभियान के लिए श्वान दस्ते को भी बुलाया गया लेकिन खराब मौसम के कारण उसकी सेवा नहीं ली जा सकी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग, पुलिस और वन अधिकारी साथ मिलकर तलाश अभियान चला रहे हैं ।