तिरुवनंतपुरम: केरल में सोमवार को कोविड-19 से 2,212 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो ब्रिटेन से लौटे यात्री भी शामिल हैं जबकि गत 24 घंटे में 16 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुई है। इसके साथ ही केरल में अबतक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 10,37,218 हो गई है जिनमें से 4,105 मरीजों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बताया कि गत 24 घंटे में 5,037 मरीजों ने कोविड-19 को मात दी है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में 38,103 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 5.81 प्रतिशत नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हुई। मंत्री ने बताया कि गत 24 घंटे में ब्रिटेन से आए दो यात्रियों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिन्हें मिलाकर ब्रिटेन से लौटे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 88 हो गई है।
उन्होंने बताया कि इनमें से 10 मरीज वायरस के नए प्रकार से संक्रमित मिले। मंत्री शैलजा ने बताया कि सोमवार को कोझिकोड में सबसे अधिक 374 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई जबकि अलप्पुझा एवं एर्णाकुलम में क्रमश: 266 और 246 नए मामले आए। मंत्री ने बताया कि इस समय राज्य में 55,468 मरीज उपचाराधीन है जबकि 2,42,070 लोग निगरानी में हैं।
कर्नाटक ने केरल के साथ लगी सीमाएं फिर बंद कीं
कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर कर्नाटक सरकार द्वारा केरल से आने-जाने वाले यात्रियों पर सख्ती बढ़ाने के साथ मंगलुरु और दक्षिण कन्नड़ के विभिन्न क्षेत्रों में जाने वाले लोगों की परेशानियां एक बार फिर बढ़ गयी हैं। राष्ट्रीय राजामार्ग समेत कई सड़कों को सील किए जाने के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में सुबह से ही वाहनों की लंबी कतारें देखी गयीं।
कोविड-19 संक्रमण नहीं होने का प्रमाणपत्र रखने वाले लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। सूत्रों ने बताया कि चार सड़कों को छोड़कर दक्षिण कन्नड़ प्रशासन ने सभी सीमाओं को बंद कर दिया है।
सीमा पर तैनात कर्नाटक के अधिकारियों के मुताबिक जो लोग राज्य में दाखिल होना चाहते हैं उन्हें यात्रा से 72 घंटे पहले तक की आरटी-पीसीआर जांच का प्रमाणपत्र दिखाना होगा।
मंगलुरु तालुक में तलापडी, बंटवाल में सराडका, पुत्तुर तालुक में नेतानिगे-मुदनुरु और सुल्लिया के जलसूर में सीमाओं पर तैनात स्वास्थ्य और पुलिसकर्मी प्रमाणपत्रों का सत्यापन करने के बाद लोगों को कर्नाटक में प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं।
केरल के उत्तरी भाग में स्थित कासरगोड और आसपास के लोग दशकों से उपचार के लिए कर्नाटक के मंगलुरु जाते रहे हैं। कासरगोड के विभिन्न इलाकों से मंगलुरु की दूरी 10 से 50 किलोमीटर पड़ती है, वहीं निकटवर्ती बड़ा अस्पताल कन्नूर में है जो कि 100 किलोमीटर दूर है।
लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में कर्नाटक के अधिकारियों द्वारा लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के कारण कासरगोड के लोगों को काफी दिक्कतें हुई थी।