नई दिल्ली: सीबीआई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन से दोबारा पूछताछ कर रही है। इससे पहले कल भी सीबीआई ने सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी। सीबीआई जैन के जवाबों से संतुष्ट नहीं थी इसलिए आज दोबारा उनसे पूछताछ की जा रही है।
जैन पर अपनी कंपनियों और कोलकाता की एक डाटा एंट्री ऑपरेटर के जरिए 2010-12 से 2015-16 के बीच काले धन को सफेद करने का आरोप है। गुरुवार को जैन से दक्षिण दिल्ली के लोधी रोड इलाके में स्थित सीबीआई के मुख्यालय में पूछताछ की गई थी। सीबीआई ने जैन से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की थी।
अरविंद केजरीवाल सरकार में कई विभाग संभाल रहे जैन ने मुख्यालय के बाहर इंतजार कर रहे मीडिया से बात नहीं की। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एजेंसी जल्द ही शुरूआती जांच को नियमित मामले में तब्दील कर सकती है क्योंकि वह जैन की दलीलों से संतुष्ट नहीं है। एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के संबंध में जैन के खिलाफ शुरूआती जांच (पीई) दर्ज की थी। अगर एजेंसी को लगता है कि इस मामले में पहली नजर में ठोस आधार है तो वह आरोपी के खिलाफ नियमित मामला दर्ज कर सकती है।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि आरोप है कि जैन प्रयास इंफो सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिये 2015-16 के दौरान बतौर लोक सेवक 4.63 करोड़ रूपये के मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे। जैन ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पिछले महीने इस मामले में उनसे जुड़ी संपत्तियां कुर्क करने के बाद आरोप खारिज किये थे। सीबीआई ने जैन के खिलाफ इस मामले में अप्रैल में जांच शुरू की और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
ये भी पढ़ें: भारत में है दुनिया का दूसरा बरमूडा, ले चुका है कई जान...