नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने को कह रहे हैं, जबकि प्राइवेट अस्पताल लोगों से कोरोना इलाज के नाम पर 5 से 10 लाख तक वसूल रही हैं। नई दिल्ली में एक वेव प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुये मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स की जबरदस्त कमी है, लेकिन मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में 30 हजार बेड्स हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में महज 3,150 बेड्स ही हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना से निपटने में दिल्ली सरकार नाकाम साबित हो रही है। अस्पतालों में लोगों को बेड्स नहीं मिल रहे हैं। दिल्ली के गुरुतेग बहादुर अस्पताल का उदाहरण देते हुये तिवारी ने कहा कि अस्पताल के सामने मरीज सड़कों पर 16-16 घन्टे से बेड्स का इंतजार कर रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 2500 बेड्स खाली पड़े हैं।
मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने को कह रहे हैं, जबकि प्राइवेट अस्पताल लोगों से कोरोना इलाज के नाम पर 5 से 10 लाख तक वसूल रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली में कोरोना से हो रही मौत को छिपा रहे थे, अब इलाज के बारे में गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं।
इस मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामवीर सिंह विधूड़ी ने दिल्ली सरकार से कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में भी दिल्ली सरकार की बेड्स आरक्षित रहती है, ऐसे में अपने अधिकार का इस्तेमाल कर इन अस्पतालों में गरीब लोगों की इलाज करायी जाय। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की वो घर से बाहर निकलें और लोगों की मुशिकलों को जाने।