नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार के नौकरशाहों पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों के राशन माफिया के साथ ‘‘गहरे ताल्लुक’’ हैं जबकि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा है कि उप राज्यपाल अनिल बैजल काला बाजारियों को क्यों बचा रहे हैं। दिल्ली की आप सरकार ने कैबिनेट की बैठक स्थगित कर दी थी, जहां सिसौदिया ने कहा था कि घर तक राशन पहुंचाने की महात्वाकांक्षी परियोजना पर काम करने में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ‘‘असफल’’ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के आवास पर 19 फरवरी को आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की कथित पिटाई के बाद सरकार और नौकरशाही आपस में भिड़े हुए हैं। ऐसे समय में केजरीवाल और सिसौदिया की यह टिप्पणी आयी है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कुछ नौकरशाहों और राशन माफिया के बीच सांठगांठ है । इन नौकरशाहों के माध्यम से विपक्षी दलों के कई नेता लाभान्वित होते हैं और यही कारण है कि घर तक राशन पहुंचाने का इतना कड़ा विरोध है।’’
दूसरी ओर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन के साथ संवाददाता सम्मेलन में सिसौदिया ने अधिकारियों और राशन माफिया के बीच इस कथित सांठगांठ की जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रकाश को कहा गया था कि 27 फरवरी को कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव लेकर आयें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और आज फिर वह इसमें असफल रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उपराज्यपाल से पूछता हूं कि वह दिल्ली में राशन माफिया को क्यों बचाना चाहते हैं । हम जानते हैं कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राशन माफिया का समर्थन किया था और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की भी राशन की कई दुकानें हैं।’’ उपमुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रकाश से कहा है कि घर तक राशन पहुंचाने के मामले में वह छह मार्च को कैबिनेट की अगली बैठक में एक प्रस्ताव लेकर आयें ।