श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के नौहट्टा क्षेत्र में बुधवार को सैकड़ों लोग चेहरे ढके हाथों में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) और पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे लिए सड़कों पर उतर गए और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए।
ईद की नमाज बाद इन प्रदर्शनकारियों में से कइयों के हाथ में आईएस, लश्कर-ए-तैयबा का झंडा था और ये लोग 'मूसा, मूसा जाकिर मूसा', 'हम क्या चाहते आजादी, आजादी', 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारा लगाने लगे। कई लोगों के हाथों में आतंकवादियों की तस्वीरें भी थीं।
ये लोग सड़कों पर मार्च करने लगे और दर्जनों युवा इनके जुलूस में शामिल हो गए। जामिया मस्जिद के आधा किलोमीटर तक मार्च करने के बाद सुरक्षाबलों ने इन्हें रोकने की कोशिश की। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और सुरक्षाबलों ने भी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पैलेट गन दागे और आंसू गैस के गोले छोड़े।
ईद की नमाज के बाद कश्मीर घाटी के श्रीनगर, सोपोर, अनंतनाग, कुपवाड़ा शहरों में प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों के साथ झड़प हुई।
श्रीनगर के नौहट्टा क्षेत्र में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में ईद की नमाज के बाद अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, "हमारे लोगों ने बड़े बलिदान दिए हैं और जबतक भारत और पाकिस्तान सार्थक वार्ता नहीं करते, यह समस्या जारी रहेगी।"