श्रीनगर. स्वतंत्रता दिवस नजदीक है। पाकिस्तान समर्थित आतंकी स्वतंत्रता दिवस से पहले कश्मीर घाटी में बड़ी हिंसक घटना को अंजाम देना चाहते हैं। बुधवार को आतंकियों ने ऐसी ही एक वारदात को बारामूला में आजम देने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना से सूझबूझ के साथ आतंकियों की प्लानिंग को विफल कर दिया। दरअसल जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में बुधवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा बल के एक गश्ती दल पर गोलीबारी की, जिसमें एक जवान घायल हो गया।
दरअसल बुधवार की दोपहर 2 बजे श्रीनगर-बारामूला का नेशनल हाईवे पर भारतीय सेना की तीन गाड़ियों का काफ़िला गुलमर्ग की तरफ जा रहा था। चार आतंकियों ने नेशनल हाईवे 44 पर भारतीय सेना के इस क़ाफ़िले को निशाना बनाने की कोशिश की और वहां पर मौजूद स्थानीय लोगों की आड़ ली। आतंकियों ने लगातार क़रीबन 30-40 राउंड फ़ायर भारतीय सेना की क़ाफ़िले पर किया।
स्थानीय लोगों को किसी तरफ का नुकसान न हो ये बात ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना के JCO जोगिंदर ने समझदारी और बहादुरी के साथ अपनी quick एक्शन टीम की अगुवाई की और फिर आतंकियों को घेरने की कोशिश की। भारतीय सेना ने बेहद सूझबूझ के साथ स्थानीय लोगों को बचाया। आपको बता दें कि भारतीय सेना लगातार कोशिश कर रही है कि कश्मीर के लोगों का जीवन स्तर बदले और साथ में विकास हो।
यही नहीं हाल ही के दिनों में गुमराह होकर आतंक की तरफ गए 72 युवाओं में से आधे से ज्यादा लड़कों को मेनस्ट्रीम में लाने की कोशिश की जा रही है। क़रीबन आठ से ज़्यादा ऐसे युवा भी है जो हाल ही के दिनों में अपने घरों से लापता हुए हैं, उनके लिए भी भारतीय सेना लगातार कोशिश कर रही है कि वो वापस आ जाए। इसके लिए अपील भी की जा रही है और लोकल टेरेरिस्ट काउंटर के बाद सबसे पहले उसे सरेंडर करने के लिए कहा जाता है।