श्रीनगर। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद कश्मीर घाटी में शनिवार को लगातार 41वें दिन सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान ज्यादातर दुकानें और स्कूल बंद रहे और यातायात भी प्रभावित रहा ।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के हजरतबल क्षेत्र में शुक्रवार को लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया गया है और घाटी के ज्यादातर इलाकों में किसी तरह की रोक नहीं है। उन्होंने हालांकि कहा कि कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल लगातार तैनात हैं।
केंद्र द्वारा संविधान की धारा 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने और राज्य को दो संघ शासित राज्यों में बांटने की घोषणा के बाद 5 अगस्त को पूरे कश्मीर में प्रतिबंध लगाए। समय के साथ हालात में सुधार के साथ ही घाटी के कई हिस्सों में धीमे-धीमे प्रतिबंध हटाए गए।
प्रशासन घाटी के संवेदनशील क्षेत्रों में प्रत्येक शुक्रवार को प्रतिबंध लगाता है, ताकि कुछ स्वार्थी तत्व मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में जमा होने वाले लोगों का गलत फायदा न उठा सकें। नौहट्टा स्थित जामा मस्जिद और दरगाह शरीफ सहित प्रमुख मस्जिदों और धार्मिक स्थलों पर शुक्रवार को भी नमाज की इजाजत नहीं दी गई।
इसबीच बंदी के चलते कश्मीर घाटी में सामान्य जनजीवन शनिवार को 41वें दिन भी प्रभावित रहा। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर दुकान और दूसरे कारोबार बंद रहे और घाटी की सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन भी नही दिखे। घाटी में लैंडलाइन फोन चालू हैं, लेकिन इंटरनेट सेवा बंद हैं। सिर्फ कुपवाड़ा और हंदवाड़ा जिलों में मोबाइल फोन पर वायस कॉल चालू हैं।