नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में टारगेटेड किलिंग की बढ़ती घटनाओं पर आज बड़ी बैठक होने वाली है। गृह मंत्री अमित शाह ने J&K के उपराज्यपाल को आज दिल्ली बुलाया है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री और उपराज्यपाल मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति और कश्मीर घाटी में आतंकवादी हमलों की रोकथाम कैसे हो, इसकी विस्तृत समीक्षा करेंगे। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्रालय, खुफिया एजेंसियों और जम्मू कश्मीर प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है।
पिछले पांच दिनों में कम से कम सात नागरिकों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी है। शुक्रवार को भी श्रीनगर में छुपे आतंकवादियों के एक ग्रुप ने पुलिस टीम को निशाना बनाया था। पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग की थी, इसके बाद जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक आतंकी मारा गया जबकि दूसरा दहशतगर्द मौके से फरार हो गया है ।
सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को उच्च स्तरीय बैठक में शाह को आसान ठिकानों पर हमले करने के लिए आतंकवादियों की नयी साजिश और सुरक्षा कड़ी करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई। शाह ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि हत्याओं में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हो और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। केंद्र सरकार ने पहले ही खुफिया ब्यूरो के एक शीर्ष अधिकारी को आतंकवादियों के खिलाफ अभियान के समन्वय के लिए श्रीनगर भेज दिया है।
श्रीनगर में बृहस्पतिवार को एक सरकारी स्कूल के भीतर एक महिला प्रधानाध्यापिका और एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पिछले पांच दिनों में मारे गए सात लोगों में से चार अल्पसंख्यक समुदायों के थे और छह मौतें श्रीनगर में हुईं। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे सभी मामलों में आतंकवादी पिस्तौल का इस्तेमाल करते हैं, जिसे वे आसानी से ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर कृत्य नए भर्ती किए गए आतंकवादियों या आतंकवादी संगठनों में शामिल होने को तैयार लोगों द्वारा किए गए हैं।