नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की श्रीनगर स्थित हेल्पलाइन ‘14411’ एक बार फिर लोगों या कहें कि खासकर कश्मीरियों के लिए चालू की गई है। यह हेल्पलाइन फिर से शुरू करने का मकसद है कि अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को खत्म करने के केंद्र के फैसले के बाद पैदा हुए हालात के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों और उनके परिवारों की मदद की जा सके। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ‘मददगार’ हेल्पलाइन के पांच अंकों वाले लैंडलाइन नंबर को फिर से चालू कर दिया गया है। कश्मीर घाटी में संचार व्यवस्था पर लगाई गई बंदिशों के कारण इसे बंद कर दिया गया था। एक आधिकारिक ट्वीट में सीआरपीएफ ने कहा, ‘‘14411 को फिर से चालू कर दिया गया है, कश्मीरी छात्र और कश्मीर या बाहर रह रहे आम लोग त्वरित सहायता के लिए चौबीसों घंटे नि:शुल्क नंबर 14411 पर सीआरपीएफ मददगार से संपर्क साध सकते हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि बीते रविवार देर शाम से अब तक लोगों ने इस हेल्पलाइन नंबर पर 500 से ज्यादा कॉल किए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले लोग जम्मू-कश्मीर के हालात के बारे में जानना चाहते हैं। वे अपने परिवारों का कुशलक्षेम जानना चाहते हैं और उनकी अन्य चिंताएं भी अपने परिवार से जुड़ी हुई हैं। सीआरपीएफ उनकी हरसंभव मदद कर रहा है।
‘मददगार’ ने पिछले सोमवार को ट्विटर पर एक पोस्ट डालकर कहा था कि लोग किसी मदद या जानकारी के लिए उसके मोबाइल नंबर 9469793260 पर कॉल कर सकते हैं, क्योंकि पांच अंकों वाला नंबर काम नहीं कर रहा है। सोमवार को जिस मोबाइल नंबर के बारे में ट्वीट किया गया था उसे लैंडलाइन नंबर पर डायवर्ट कर दिया गया है। सीआरपीएफ ने यह भी कहा कि उसके आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘सीआरपीएफ मददगार’ के जरिए भी मदद मांगी जा सकती है। सीआरपीएफ ने ‘मददगार’ हेल्पलाइन की शुरुआत जून 2017 में की थी।