श्रीनगर: कश्मीर घाटी में यातायात में बाधा डालने के लिये पटाखों का इस्तेमाल, दुकानदारों को डराते बंदूकधारी युवक और प्रदर्शनकारियों का लोगों को आतंकवादियों के फरमानों का आदर करने की चेतावनी देने की घटनाएं बार बार सामने आ रही हैं। यहां पांच अगस्त को राज्य से विशेष दर्जा वापस लेने के बाद से पाबंदियां लागू हैं। अधिकारियों ने कहा कि शरारती तत्व वाहनों की आवाजाही में बाधा डालने के लिये पटाखों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने यहां करन नगर इलाके में निजी वाहनों पर कुछ युवकों द्वारा पटाखे फेंकने की घटना का भी उदाहरण दिया।
अधिकारियों के अनुसार रविवार और सोमवार को सिविल लाइन्स इलाके में बाइक पर सवार दो बंदूकधारी युवक देखे गए जो लोगों से दुकाने बंद रखने या भयावह परिणाम भुगतने के लिये कह रहे थे। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पारिम्पोरा इलाके में आतंकवादियों ने एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी क्योंकि उसने दुकान बंद रखने के उनके फरमान को ठुकरा दिया था। अधिकारियों के अनुसार रविवार को मध्य कश्मीर के मागम में तीन नकाबपोश देखे गए जो लोगों से पूरी तरह हड़ताल पर जाने के लिये कह रहे थे।
अधिकारियों के अनुसार जम्मू-कश्मीर पुलिस हालात पर करीबी नजर रखे हुए है और इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा लोगों के बीच डर फैलाने के लिये जिम्मेदार दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के पोस्टर भी दीवारों और बिजली के खंभों पर चिपके हुए देखे जा सकते हैं, जिसमें लोगों को उनके फरमानों को मानने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है।