नई दिल्ली: पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीर में इतने डर और कन्फ्यूजन का माहौल हमने कभी नहीं देखा है। महबूबा ने कहा कि पीएम मोदी कश्मीर के लोगों का दिल जीतने की बात करते हैं तो फिर इस तरह की अफवाहें क्यों फैल रही हैं। इतने बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है। अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन आप यह नहीं सोच रहे कि कश्मीर, जम्मू और लद्दाख के लोग कहां जाएंगे। महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से अपील की है कि कश्मीर के विशेष दर्जे में छेड़छाड़ न की जाए।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘ मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करती हूं कि वह जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के साथ छेड़छाड़ न करें।’ नेशनल कॉफ्रेंस के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के साथ मुफ्ती बैठक करने जा रही थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। लेकिन बाद में उन्हें अब्दुल्ला के आवास पर जाने की मंजूरी मिल गई।
इस बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बेहद शॉर्ट नोटिस पर राज्य के राजनीतिक नेताओं महबूबा मुफ्ती, शाह फैजल, सज्जाद लोन और इमरान अंसारी से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर घाटी में भय के वातावरण की स्थिति पर चिंता जताई।
सेना ने शुक्रवार को खुफिया जानकारियों का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी, कश्मीर घाटी में अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसके तुरंत बाद, जम्मू कश्मीर प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों से घाटी की अपनी यात्रा में ‘‘कटौती करने’’ तथा तुरंत वापस जाने को कहा। यात्रा मार्ग से हथियार और विस्फोटक बरामद होने की सूचना देते हुए सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बल तीर्थयात्रियों पर हमले के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं।