नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने राम मंदिर का विरोध करते हुए कहा कि भारत में किसी और नए पूजा स्थल की जरूरत नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर यह बात कही। ट्वीट में उन्होंने पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर भूमिपूजन के समय को लेकर भी सवाल किया। उन्होंने पूछा कि क्या राम मंदिर भूमिपूजन के समय का कोई ज्योतिषीय अर्थ है?
कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट में लिखा, "राम मंदिर भूमिपूजन मुहूर्त- इसका ज्योतिषीय अर्थ? समय का चुनाव मुझे चकित करता है, बुधवार 12 से 1.30 बजे तक राहु काल है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं करता है। मैं अपनी बात पर अब भी कायम हूं, हमें किसी भी नए पूजा स्थल की आवश्यकता नहीं है।"
इसके बाद उन्होंने अपने 9 नवंबर 2019 को किए ट्वीट को भी रिट्वीट किया। उस ट्वीट में उन्होंने लिखा था, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत को किसी नए मंदिर, चर्च, मस्जिद, गुरुद्वारे या किसी भी पूजा स्थल की आवश्यकता नहीं है। हमारे पास पूजा के पर्याप्त स्थान हैं, जिन्हें पुनर्स्थापन, नवीनीकरण और संरक्षण की आवश्यकता है।"
वहीं, आपको बता दें कि कर्नाटक के बेलगावी में मौजूद विद्या विहार विद्यापीठ के कुलपति विजयेंद्र शर्मा के मुताबिक, राम जनभूमि ट्रस्ट की और से उन्हें पहले फरवरी के महीने में शुभ मुहर्त निकालने को कहा गया था लेकिन कोरोना के चलते भूमिपूजन की तारीख को आगे बढ़ाना पड़ा। फिर उन्होंने 30 जुलाई, 3 अगस्त और 5 अगस्त की मुहुर्त निकाला था।