नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि आईएनएक्स मीडिया मामले में उनकी गिरफ्तारी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध के तहत की गई कार्रवाई है। कार्ति को बुधवार सुबह लंदन से आने के बाद चेन्नई हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया। रिमांड कार्यवाही के लिए अदालत ले जाने के रास्ते में उन्होंने कहा, "निश्चित ही, यह राजनीतिक प्रतिशोध है।"उन्होंने विश्वास जताया कि उन्हें जल्द ही दोषमुक्त कर दिया जाएगा।
सीबीआई ने 15 मई 2017 को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, अवैध कार्यो के लिए धन स्वीकारने, सरकारी कर्मचारियों को प्रभावित करने और आपराधिक कदाचार के आरोपों के तहत कार्ति चिदंबरम के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी। कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने मुंबई स्थित आईएनएक्स मीडिया से कथित रूप से 3.5 करोड़ रुपये लेकर उसे विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी दिलाने में मदद की थी। उस समय उनके पिता पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे।
आईएनएक्स मीडिया का नाम बदलकर अब 9एक्स हो गया है। उस समय पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी इसका संचालन करते थे। दोनों ही शीना बोरा हत्याकांड में आरोपी हैं। हालांकि, इस प्राथमिकी में पी.चिदंबरम का नाम नहीं है लेकिन इसमें कहा गया है कि उन्होंने 18 मई, 2007 की एफआईपीबी की एक बैठक में कंपनी (आईएनएक्स मीडिया) में 4.62 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश को मंजूरी दी थी। इस बीच, ऐसा कहा जा रहा है कि पी. चिदंबरम अपने लंदन प्रवास में कटौती कर जल्द स्वेदश लौटेंगे। उन्होंने हीथ्रो हवाईअड्डे पर पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।