नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि यदि बंटवारे के समय थोड़ी सी सावधानी बरती जाती तो करतारपुर साहिब पाकिस्तान में नहीं, भारत में होता। राजनाथ सिंह ने दिल्ली में 'शाइनिंग सिख यूथ ऑफ इंडिया' नामक किताब के लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में सिख समुदाय का बड़ा योगदान था। उन्होंने आगे कहा कि जब हमें आजादी मिली और विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा, तो सिखों को बहुत नुकसान हुआ।
राजनाथ ने कहा, 'अतीत में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा है। आज यदि भारतीय संस्कृति कायम है तो उसका श्रेय सिख समुदाय को देना चाहता हूं।' उन्होंने कहा कि मैं सिख समाज के कार्यक्रम को कभी नहीं छोड़ता। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह विडंबना है कि बहुत से लोग अपना इतिहास नहीं जानते। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अपने युवाओं को सिख समुदाय का इतिहास सिखाएं।
राजनाथ ने कहा कि यह देश सिख समुदाय के योगदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा, 'कुछ लोग 'खालिस्तान' की मांग करते हैं। आप 'खालिस्तान' की बात क्यों करते हैं, पूरा 'हिंदुस्तान' आपका है।'