नई दिल्ली: करतारपुर कॉरीडोर के उद्धाटन में अब महज तीन दिन का वक्त बाकी है लेकिन पाकिस्तान अभी तक इस मामले पर भ्रम पैदा कर रहा है। इमरान खान एमओयू की शर्तों से हट कर ट्वीट कर रहे हैं, पासपोर्ट पर कन्फ्यूज़न पैदा कर रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान की तरफ से करतारपुर कॉरिडोर का काम कब पूरा होगा इसका भी अता पता नहीं है। अब यात्रियों को ये समझ नहीं आ रहा कि वो कौन से डॉक्युमेंट साथ रखें और कौन से नहीं। इमरान खान के एक ट्वीट के बाद से भ्रम पैदा हो गया है।
दरअसल इमरान खान का ये ट्वीट पासपोर्ट को लेकर है। इसमें उन्होंने कहा है कि श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं है। इमरान ने लिखा, “भारत की तरफ से तीर्थयात्रा के लिए आ रहे सिखों के लिए मैंने दो जरूरी चीजें माफ कर दी हैं। पहली उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी-सिर्फ वैध आईडी दिखानी होगी। दूसरी, उन्हें 10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा। उद्घाटन वाले दिन और गुरुनानक जी की 550वीं जयंती पर उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।“
एमओयू के बिल्कुल विपरीत है इमरान ट्वीट
इमरान खान का ये ट्वीट करतारपुर कॉरिडोर पर भारत और पाकिस्तान के बीच साइन हुए एमओयू के बिल्कुल विपरीत है। एमओयू में साफ जिक्र है कि तीर्थ यात्रियों के लिए पासपोर्ट साथ रखना अनिवार्य है। इमरान के ट्वीट के बाद भी पाक की ओर से समझौते में संशोधन की कोई बात नहीं कही गई है। इमरान खान ने भारत को बिना बताए ये ट्वीट कर दिया, जिससे अब भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
पाकिस्तान की नियत में खोट है?
करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान की नियत पर इसलिए भी संदेह हो रहा है क्योंकि भारत सरकार ने पाकिस्तान को मुख्य सिख नेताओं के अलावा जत्थे में जाने वाले दूसरे नेताओं की लिस्ट पाकिस्तान को भेजी है, लेकिन उसकी ओर से कोई भी पुष्टि या जवाब नहीं आया है। भारत की ओर से जाने वाले जत्थे के कारण भारत अपनी ओर से एक टीम भी पहले ही करतारपुर भेजना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान ने अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी है. ये टीम करतारपुर में पहले जाकर सभी तरह की तैयारियों का जायजा लेना चाहती है।
पाकिस्तान ने तैयारी पूरी की?
पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर पर अपनी तैयारी पूरी कर भी ली है या नहीं इसका अभी तक कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि पाकिस्तान ने अपनी तैयारियों के बारे में अभी तक कुछ भी खुलासा नहीं किया है। उद्घाटन समारोह से जुड़ी कोई भी जानकारी अभी तक भारत के साथ शेयर नहीं की है। पाकिस्तान अकेले ही इस समारोह की चीजों को तय करने में लगा है। यहां तक कि करतारपुर में मेडिकल और दूसरी जरूरी चीजों के बारे में भी उसने कोई जानकारी नहीं दी है।
भारत-पाकिस्तान दोनों ओर 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन को लेकर कार्यक्रम का आयोजिन किया जाएगा। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को न्योता दिया था। वहीं, पाकिस्तान ने चीफ गेस्ट के रूप में मनमोहन सिंह को बुलाया था, जिस न्योते को उन्होंने खारिज कर दिया।