जयपुर: सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज को पूरे भारत में प्रदर्शन करने की अनुमति देने के बावजूद करणी सेना प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने बुधवार को कहा कि राजपूत संगठन संजय लीला भंसाली की फिल्म को रिलीज नहीं होने देगा। कालवी ने कहा, "हम अपने उस रुख पर अटल हैं कि इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। 25 जनवरी आए और जाए लेकिन हम फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।"
उन्होंने 'मां-रानी पद्मावती के अपमान पर' लोगों से फिल्म का बहिष्कार करने के लिए खुद से कर्फ्यू लगाने का आह्रान किया। फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के नाम पर हो रही हिंसा के बारे में पूछे जाने पर कालवी ने कहा कि यह दुखद है लेकिन इसके लिए भंसाली जिम्मेदार हैं।
बता दें कि चंद घंटों बाद फिल्म रिलीज होने वाली है। इससे पहले ही देशभर के शहरों में हंगामा और आगजनी शुरू हो गई है। फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे जाम कर दिया। अहमदाबाद में कल रात जमकर तोड़फोड़ हुई थी। आज गुजरात के दूसरे हिस्सों में प्रदर्शन की आग फैल गई है। गुजरात के द्वारका में ओखा एक्सप्रेस को रोका गया है। पद्मावत पर जारी विरोध का अंजाम आखिर क्या होगा? कल रात इस फिल्म के विरोध की आग में अहमदाबाद सुलग उठा।
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद के मॉल और थिएटर में जबरदस्त तोड़फोड़ की। पार्किंग में खड़ी करीब 15 गाड़ियों में आग लगा दी और तो और वहां के मोबाइल शोरूम में घुसकर लूटपाट भी की। सवाल ये है कि आखिर सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिलने के बाद और सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद करणी सेना के कार्यकर्ता फिल्म को लेकर इस तरह का हिंसक विरोध क्यों कर रहे हैं?