नई दिल्ली: आंधी-तूफान और बारिश का खतरा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। करीब आधे हिंदुस्तान पर तूफान का खतरा बरकार है। इस बीच कर्नाटक के मेंगलुरु में बारिश ने जमकर कहर बरपाया। कर्नाटक के तीन जिलों में परेशानी काफी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा असर मंगलुरू में देखने को मिला। यहां छह घंटों की बारिश से सड़कों से लेकर घरों तक पानी जमा हो गया। 10 साल में पहली बार इतनी बारिश हुई कि एक शहर डूब गया। जो लोग काम से बाहर निकले थे वो भी सैलाब के आगे मजबूर हो गये और जहां तहां फंस गए।
पानी में सांप और शार्क दिखे तैरते हुए
लोगों की दहशत उस वक़्त और बढ़ गई जब पानी में सांप तक तैरते हुए दिखाई देने लगे जिसके बाद तो लोग पानी में कदम रखने से भी खौफ खाने लगे। इतना ही नहीं पानी के साथ बह कर एक बड़ी शार्क भी शहर में आ गई। इस शार्क के समंदर से बहकर यहां आना तो मुमकिन नहीं लेकिन कहा जा रहा है कि किसी मछुआरे ने इसे पकड़ा था और जब बारिश से शहर में पानी भरा तो ये बहकर आ गई।
एनडीआरएफ की टीम और स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट राहत बचाव में जुटी
पानी में फंसे लोगों को तुरंत निकालने का काम शुरू हो गया। एनडीआरएफ की टीम और स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट राहत बचाव में जुटी है। मंगलुरु में सबसे ज्यादा ज्योति रोड, बलाल बाग, कोटारा सर्किल, पाडिल, थोकोटू जंक्शन, पंप वेल जंक्शन, सेंट्रल रेलवे स्टेशन और सिटी हॉस्पिटल जंक्शन प्रभावित रहे। इन इलाकों में तीन-तीन फीट तक पानी भर गया। बारिश की वजह से मंगलुरु में बहने वाली नेत्रावती नदी खतरे के निशान पर बह रही है। अगर फिर बारिश हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं।
मंगलवार को मॉनसून केरल पहुंचा
दरअसल मंगलवार को मॉनसून केरल पहुंचा तो बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से कर्नाटक के तटीय हिस्सों में भी बारिश हुई और ऐसी बारिश हुई कि मंगलुरू चंद घंटों में समंदर बन गया।
स्कूल-कॉलेज 2 दिन तक बंद
बारिश के बाद मंगलुरू और उडुपी में स्कूल-कॉलेज 2 दिन तक बंद हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक बारिश की चेतावनी दी है। मंगलुरू और उडुपी में बारिश की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई।
मानसून सीजन में बारिश का अनुमान 5% बढ़कर 102% हुआ
वहीं इस साल मानसून सीजन के दौरान पहले जितनी बरसात की उम्मीद थी अब उससे ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज बुधवार को मानसून सीजन 2018 के लिए अपना दूसरा अनुमान जारी किया है जिसके मुताबिक इस साल जून से सितंबर के दौरान देश में 102 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है, मौसम विभाग ने अप्रैल में जो पहला अनुमान जारी किया था उसमें 97 प्रतिशत बरसात की भविष्यवाणी की थी।
ताजा अनुमान में मौसम विभाग ने कहा है कि इस साल पूरे मानसून सीजन के दौरान 43 प्रतिशत संभावना 96-104 प्रतिशत यानी सामान्य बारिश उम्मीद की है, 13 प्रतिशत संभावना 104-110 प्रतिशत यानि सामान्य से ज्यादा बरसात की की है, 3 प्रतिशत संभावना 110 प्रतिशत से ज्यादा बरसात और 28 प्रतिशत संभावना 90-96 प्रतिशत बरसात की है। सूखे की संभावना को 14 प्रतिशत से घटाकर 13 प्रतिशत कर दिया गया है।