नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए कर्नाटक दौरे पर हैं। कर्नाटक दौरे पर राहुल के मंदिर-दरगाह के दर्शन का सिलसिला भी जारी है। कल शाम राहुल कलबुर्गी में थे जहां वो पहले मंदिर गए और फिर दरगाह पर चादर भी चढ़ाई। कलबुर्गी के मशहूर बसवेश्वर मंदिर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर राहुल का स्वागत किया। फिर राहुल ने मंदिर के गर्भगृह में सिर झुकाकर दर्शन किया। इसके बाद मंदिर के महंत ने राहुल को शॉल ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह भेंट किया।
बताया जाता है कि राहुल गांधी से पहले कलबुर्गी के बसवेश्वर मंदिर में उनके पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी भी दर्शन करने आ चुके हैं। राहुल मंदिर आकर काफी खुश दिखे। गुजरात के बाद कर्नाटक चुनाव प्रचार में भी राहुल के मंदिर-मंदिर दर्शन पर सवाल पूछे जाने लगे तो राहुल ने कहा कि उन्हें मंदिर जाना अच्छा लगता है। इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व है। इस मंदिर को शहर का ग्राम देवता भी कहा जाता है और यहां पर हिंदू के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोग भी आते हैं। खासतौर पर लिंगायत समुदाय के लोग बड़ी संख्या में इस मंदिर में आते हैं।
बसवेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद राहुल कलबुर्गी में ही ख्वाजा बंदे नवाज की दरगाह पहुंचे। यहां लोगों की पहले से भारी भीड़ मौजूद थी। दरगाह की तरफ बढ़ते हुए सबसे पहले राहुल ने सिर पर रूमाल बांधा और फिर दरगाह के अंदर दाखिल हुए। ख्वाजा बंदे नवाज की दरगाह पर राहुल ने चादर चढाई और कर्नाटक चुनाव में जीत के लिए दुआ मांगी। उसके बाद दरगाह के गद्दीनशी ने रस्म के तौर राहुल को साफा भी बांघा।
गुजरात चुनाव के बाद कांग्रेस अध्यक्ष अब कर्नाटक चुनाव से पहले मंदिर-मंदिर दर्शन के साथ ही दरगाह पर चादर चढ़ाकर हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम वोटरों को भी साधने में लग गए हैं।