बैंगलुरू: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में अब करीब तीन महीनों का वक्त रह गया है। जैसे-जैसे इस राज्य में चुनाव नजदीक आ रहे हैं राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। दक्षिण के इस राज्य में इस समय कांग्रेस की सरकार है और बीजेपी सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगाती दिख रही है। रविवार रात को दो दिन के दौरे पर यहां पहुंचे पीएम मोदी ने जमकर कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला। पीएम ने अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस राज में ‘‘हर रोज’’ नए घोटाले तथा भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। अब पीएम मोदी के आरोपों का सामना करने के लिए खुद राज्य के सीएम सिद्धारमैया सामने आए हैं। सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि पीएम मोदी एक प्रधानमंत्री की तरह नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य और केंद्र में कई सारे मसले हैं लेकिन वो इन सब पर अपना राय सार्वजनिक तौर पर नहीं रखते। वो राजनीति से प्रेरित गैर जिम्मेदार बयान दे रहे हैं साथ ही प्रधानमंत्री बने रहने के लिए अयोग्य हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में जब उन्होंने सिद्धरमैया सरकार पर ‘‘10 प्रतिशत कमीशन’’ का आरोप लगाया तो उन्हें बहुत से लोगों के फोन आए जिन्होंने कहा कि उनके पास सही सूचना नहीं है और दावा किया कि यह कमीशन कहीं ज्यादा है। चुनावी राज्य कर्नाटक में इस महीने अपनी दूसरी रैली में मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि राज्य को ‘‘कमीशन सरकार चाहिए या मिशन सरकार चाहिए।’’ इससे पहले भी मोदी ने गत चार फरवरी को कर्नाटक में एक जनसभा में सिद्धरमैया सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि उसने भ्रष्टाचार में नए रिकार्ड बना दिए हैं। उन्होंने कहा था कि उसके (सिद्धरमैया सरकार) चले जाने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। राज्य में चुनाव को देखते हुए अभी ये तल्खी और बढ़ती दिख सकती है।