नई दिल्ली. कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों की मानें तो खराब सेहत का हवाला देकर येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश की है। येदियुरप्पा ने बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से आज मुलाकात की। कल येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि येदियुरप्पा अपने कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर 26 जुलाई को इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, वो अगस्त में फिर दिल्ली आएंगे। इस्तीफे की खबर बिलकुल गलत है। उन्होंने अपने इस्तीफे की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इनमें सच्चाई नहीं है।
अगले चेहरे के चयन तक कुर्सी पर बने रहेंगे येदियुरप्पा!
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगभग 20 मिनट की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मेकेदातु बांध परियोजना सहित राज्य के विकास से जुड़ी लंबित परियोजनाओं के जल्द क्रियान्वयन का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने प्रधानमंत्री से राज्य के कुछ विकास कार्यो को जल्द क्रियान्वित करने का आग्रह किया। वह इस पर सहमत हो गए हैं।"राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने हंसते हुए पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं नहीं जानता। आप ही बताओ।" हालांकि आज उन्होंने मीडिया में चल रही इस्तीफे की अटकलों को खारिज कर दिया। जानकारों का कहना है कि एकबार राज्य में भाजपा के नए चेहरे का चयन होने के बाद बीएस येदियुरप्पा इस्तीफा दे सकते हैं। आपको बता दें कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तेज हैं और ऐसे में प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेताओं से मिलने के लिए उनके दिल्ली पहुंचने से इन अटकलों को और बल मिला है।
येदियुरप्पा पर हमलावर हैं भाजपा के बागी
कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ही कुछ बागी नेता मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और इस वजह से पार्टी की किरकिरी भी हो रही है। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने ऐसे नेताओं को चेतावनी दी है लेकिन इसके बावजूद यह सिलसिला जारी है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी का ही एक दूसरा खेमा येद्दियुरप्पा की उम्र का हवाला देते हुए वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में मुख्यमंत्री बदलने की मांग कर रहा है।