जुलाई महीने में कर्नाटक में हुए राजीनीतिक उठापठक के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 25 दिनों के बाद आज येदियुरप्पा मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है। सुबह राजधानी बेंगलुरू में येदियुरप्पा मंत्रिमंडल के 17 मंत्री शपथ ग्रहण की। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के लिए कुर्सी पाने से ज्यादा कठिन कार्य मंत्री परिषद का चयन करना रहा है। मुख्यमंत्री ने शपथ ग्रहण के लिए 17 विधायकों के नाम राज्यपाल के पास भेजे हैं। राज्यपाल वजू भाई वाला नेे आज राजभवन में मौजूद ग्लास हाउस में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई।
आपको बता दें कि पिछले महीने एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के गिर जाने के बाद कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार बनाई है। बीएस येदियुरप्पा ने 26 जुलाई 2019 को चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस बार सूबे में सरकार बनाने में जेडीएस और कांग्रेस के बागी विधायकों ने बीजेपी की मदद की। अगर ये विधायक अपनी पार्टी से बगावत नहीं करते, तो बीजेपी की सरकार नहीं बनती है। ऐसे में अब यहां सवाल उठ रहा है कि क्या येदियुरप्पा सरकार जेडीएस और कांग्रेस के बागी विधायकों को कोई इनाम दे सकती है?
इन 17 विधायकों ने ली मंत्रीपद की शपथ
आज मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नए मंत्रियों में पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, दो पूर्व उप मुख्यमंत्री के.एस.ईश्वरप्पा, आर.अशोक, निर्दलीय विधायक एच.नागेश और लक्ष्मण सावदी (जो विधानसभा या परिषद के सदस्य नहीं हैं) और विधान पार्षद कोटा श्रीनिवास पुजारी शामिल हैं। इनके अलावा, गोविंद एम.करजोल, अश्वथ नारायण सी.एन, बी.श्रीरामुलु, एस.सुरेश कुमार, वी.सोमन्ना, सी.टी.रवि, बासवराज बोम्मई, जे.सी.मधु स्वामी, सी.सी.पाटिल, प्रभु चौहान और शशिकला जोले अन्नासाहेब ने शपथ ली। शशिकला जोले अन्नासाहेब मंत्रिमंडल में शामिल की गई इकलौती महिला हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 34 मंत्री ही हो सकते हैं।
मंगलवार को कैबिनेट शपथग्रहण समारोह से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे। इस मुलाकात से पहले येदियुरप्पा ने कहा, 'मैं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से अंतिम सूची प्राप्त करने जा रहा हूं।