चंडीगढ़: करनाल में किसानों का धरना आज खत्म हो सकता है। थोड़ी देर में करनाल प्रशासन और किसान नेताओं की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है। माना जा रहा है कि किसानों और प्रशासन के बीच समाधान निकलने की संभावना है। हरियाणा सरकार से पहले दौर की नाकाम बातचीत के बाद शुक्रवार को किसान नेताओं की जो बातचीत हुई, उसके आधार पर ये कयास लगाया जा रहा है कि मिनी सचिवालय के बाहर किसानों के धरने को लेकर आज अहम फैसला हो सकता है। शुक्रवार देर शाम हरियाणा सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए 13 किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल गया था। बैठक 4 घंटे चली इसके बाद किसान नेताओं ने कहा कि बातचीत सकारात्मक माहौल में हुई और कई मुद्दों पर सहमति भी बनी है, लेकिन कुछ मुद्दों पर अब भी मतभेद है इसे लेकर आज दोबारा बातचीत हुई।
28 अगस्त को पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ किसानों ने मंगलवार को करनाल में जिला मुख्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया था। उनकी मुख्य मांग तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा को निलंबित करना है, जो कथित तौर पर पुलिसकर्मियों से यह कहते हुए सुने गए थे कि अगर वे सीमा पार करते हैं तो किसानों का "सिर फोड़" दें। उन्होंने यह भी दावा किया था कि 28 अगस्त की हिंसा के बाद एक किसान की मौत हो गई, हालांकि प्रशासन ने इस आरोप को खारिज कर दिया।
करनाल जिला मुख्यालय के बाहर किसानों का धरना शुक्रवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया, दोनों पक्षों ने कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया था, ‘‘हमने चार घंटे तक चर्चा की। कुछ सकारात्मक बातें सामने आई हैं और शनिवार को एक और बैठक होगी।’’
सरकार और किसान नेताओं के बीच आज सुबह की बातचीत इसीलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि अगर सभी मुद्दों पर सहमति बन गई, तो किसानों का धरना खत्म हो सकता है। इसे लेकर कई तरह के कयास और भी लगाए जा रहे हैं। अगर 9 बजे की मीटिंग में बात नहीं बनी तो किसान संगठन आंदोलन और तेज कर सकते हैं इसलिए सबकी नजर करनाल में आज की बातचीत पर टिकी हुई है।