हरियाणा: हरियाणा के करनाल में प्रदर्शन कर रहे किसानों का कथित तौर पर 'सिर फोड़ने' का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा (एसडीएम, करनाल) के वायरल वीडियों को लेकर करनाल के डीएम निशांत यादव ने भी खेद जताया है। करनाल के डीएम निशांत यादव ने कहा कि कुछ शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए था। मैं करनाल प्रशासन के प्रमुख के नाते खेद व्यक्त करता हूं, लेकिन ड्यूटी पर तैनात एसडीएम ईमानदार अफसर हैं। उन्होंने कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया जो उन्हें नहीं करना चाहिए था पर उनकी मंशा गलत नहीं थी।
सीएम खट्टर ने भी पुलिस द्वारा किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की
हरियाणा के करनाल में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद के बाद दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों में गुस्सा है। कई दलों ने करनाल में हुए लाठीचार्ज की निंदा भी की है। इस बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी मामले पर बयान दिया है। मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि अधिकारी के शब्दों का चयन ठीक नहीं था। अधिकारी पर एक्शन को लेकर उन्होंने कहा कि कार्रवाई होगी या नहीं होगी, पहले इस मुद्दे को प्रशासन देखेगा और उसके बाद हम देखेंगे, सारी जांच डीजीपी कर रहे हैं और जो रिपोर्ट देंगे उस लिहाज से कार्रवाई करेंगे। उनको यह शब्द नहीं बोलने चाहिए थे, लेकिन सख्ती नहीं करनी चाहिए नहीं कहा जा सकता।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "उनको इस आंदोलन का लाभ नहीं हो रहा है बल्कि नुकसान हो रहा है, ये मैं उनको चेतावनी दे रहा हूं, समाज उनके खिलाफ खड़ा हो रहा है बहुत बड़ी संख्या नहीं है, लेकिन वे हमारे लोग हैं, घर में अगर बालक बिगड़ जाए तो तो घर का बड़ा उस बालक को एक सीमा में रहकर सजा देता है। संविधान में दी गई हर स्वतंत्रता की सीमा है। उसी स्थान पर इन्होंने मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने नहीं दिया था, हरियाणा को उन्होंने गलत चुन लिया है आंदोलन चलाने के लिए इसमें पंजाब का हाथ है, वरना राजोवाल मुख्यमंत्री को लड्डू खिलाते नहीं दिखता।"