जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार को पहली बार कारगिल विजय दिवस मनाया गया। बता दें कि कारगिल विजय दिवस साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों की शहादत की याद में मनाया जाता है। कार्यक्रम में जेएनयू के कुलपति प्रोफेसर जगदीश कुमार और भारतीय सेना के पूर्व जनरल जीडी बख्शी के अलावा कई प्रमुख लोग और बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। जेएनयू परिसर में भारत माता की जय और वंदे मातरम का उद्घोष करते हुए छात्रों ने तिरंगा यात्रा निकाली जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया। (काबुल आत्मघाती बम हमले में 24 की मौत, 42 अन्य घायल)
इस मौके पर एबीवीपी के छात्र नेता सौरभ शर्मा ने कहा कि जेएनयू में कारगिल शहीदों के सम्मान में आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हम यहां के महौल को बदलने में लगे हुए हैं| अफजल गुरु का जश्न अब जेएनयू के लिए बीते दिनों की बात हो गई है। जेएनयू में करगिल विजय दिवस के जश्न में क्रिकेटर गौतम गंभीर, रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुप्रीम कोर्ट की वकील मोनिका अरोड़ा, वेटरंस इंडिया के प्रेजिडेंट बीके मिश्रा समेत कई शख्सियत पहुंचीं।
आर्मी बैंड, तिरंगा मार्च और 23 शहीदों के परिवार के साथ जेएनयू में यह जश्न मनाया गया। इस मौके पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, जेएनयू ने देश के लिए एक उदाहरण दिया है कि वह आर्मी के जवानों के लिए कितनी इज्जत रखता है। वीके सिंह ने करगिल की लड़ाई और जवानों के अनुभवों को स्टूडेंट्स के साथ बांटा। क्रिकेटर गौतम गंभीर बाइक रैली 'परिक्रमा पराक्रम' और तिरंगा मार्च का हिस्सा भी बने।