भोपाल: भले ही देश और प्रदेश पर ठंड का मौसम हो लेकिन मध्य प्रदेश में सियासी पारा लगातार चढ़ रहा है। झाबुआ में मिली जीत के बाद कांग्रेस का टैंपो हाई है। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से निर्वाचित भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता खत्म किए जाने के बाद बीजेपी जहां बैकफुट पर नजर आ रही है वहीं कांग्रेस अब खुलकर मैदान में है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे लेकर बयान भी दिया है।
सीएम कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत में प्रहलाद लोधी की विधानसभा सदस्यता रद्द किए जाने के मामले में पर कहा कि ‘15 सालों से भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के कारनामे सामने आ रहे हैं, अभी और सामने आएंगे। यह मामला सामने आया है, ऐसे मामले हर हफ्ते आएंगे, हर महीने सामने आएंगे।
वहीं, विधायक की सदस्यता रद्द हो जाने के बाद क्या उन्हें बहुमत मिल गया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा ‘सरकार पहले से ही बहुमत में है। इंतजार कीजिए अभी 2 से 3 सीटें और आएंगी।’ गौरतलब है विधानसभा चुनाव के बाद 230 विधानसभा सीट वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 सीट थीं जबकि भाजपा के पास 109 थीं।
लेकिन, झाबुआ से भाजपा विधायक के 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में यह सीट भाजपा से कांग्रेस के पास चली गई। वहीं, अब पवई विधायक की सीट रिक्त हो जाने के बाद भाजपा के पास 107 सीटें और कांग्रेस के पास झाबुआ की जीत के बाद 115 सीटें हो गई हैं। जाहिर है कांग्रेस बहुमत मिलने से गदगद नजर आ रही है।