नई दिल्ली। देश की सर्वोच्च अदालत के नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस रंजन गोगोई को नियुक्त किया गया है। गुरुवार को राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के लिए उनकी नियुक्ति की है। रंजन गोगोई तीन अक्तूबर को पद की शपथ लेंगे। मौजूदा मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा 2 अक्तूबर को रिटायर हो रहे हैं और उनके बाद उच्चतम न्यायालय के न्यायधीशों में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश रंजन गोगोई ही हैं। रंजन गोगोई 17 नवंबर 2019 तक इस पद पर बने रहेंगे।
उच्चतम न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के पद के लिए रंजन गोगोई के नाम को लेकर पहले से ही मीडिया में चर्चा थी। वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने अगस्त में गोगोई के मुख्य न्यायाधीश बनने की बात का जिक्र किया था। इंदिरा जयसिंह ने अपने एक ट्वीट संदेश में दावा किया था कि गैर-अधिकारिक रूप से ये पता है कि अगले मुख्य न्यायाधीश के लिए सिफारिश केंद्र सरकार को दो सितंबर को भेज दी जाएगी और रंजन गोगोई अगले सीजेआई होंगे।
जस्टिस रंजन गोगोई को फरवरी 2001 में गुवाहाडी उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था, इसके बाद उनका तबादला पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में हुआ और वहां फरवरी 2011 में उनकी पदोन्नति करके मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। अप्रैल 2012 में जस्टिस गोगोई उच्चतम न्यायालय के न्याधीश नियुक्त किए गए हैं।
इस साल की शुरुआत में जब उच्चतम न्यायालय के जिन 4 जजों ने मिलकर मीडिया में आकर मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए थे, उनमें जस्टिस रंजन गोगोई भी शामिल थे।