पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की तलाक याचिका पर मंगलवार को निर्धारित दिन पर सुनवाई नहीं हो सकी क्योंकि मामले की सुनवाई कर रही न्यायाधीश का तबादला हो गया और उनके स्थान पर अभी किसी ने कार्यभार नहीं संभाला है। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी शादी के छह महीने बाद ही गत वर्ष दो नवंबर को पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक मांगा था।
ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय राजद के मौजूदा विधायक हैं और उनके दादा दारोगा राय 1960 के दशक में प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। यहां पारिवारिक अदालत के सूत्रों ने बताया कि न्यायाधीश उमा शंकर द्विवेदी ने मामले की सुनवाई के लिए आठ जनवरी की तारीख तय की थी। उनका हाल ही में एक अन्य जिले में तबादला कर दिया गया और उनके स्थान पर अभी किसी ने पदभार नहीं संभाला है।
यादव ने गत वर्ष मई में बिहार की राजधानी पटना में एक भव्य समारोह में ऐश्वर्या राय से शादी की थी। इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान समेत कई नेता शामिल हुए थे। बहरहाल, दो नवंबर को राजद विधायक ने तलाक याचिका दायर कर अपने परिवार के सदस्यों को हैरत में डाल दिया। तेज प्रताप की मां राबड़ी देवी और छोटे भाई तेजस्वी यादव समेत उनके परिवार के सदस्यों ने इस फैसले का विरोध किया।
ऐश्वर्या राय अपने पिता के साथ राबड़ी देवी के आवास पर गई लेकिन तेज प्रताप को मनाने के प्रयास विफल रहे। अपने परिवार से समर्थन ना मिलने से नाराज तेज प्रताप एक तीर्थयात्रा पर रवाना हो गए।
उन्होंने कुछ समाचार चैनलों को दिए साक्षात्कार में बताया कि वह ‘‘सीधे सादे’’ इंसान है और वह कभी ‘‘शहरी और आधुनिक’’ विचारों वाली ऐश्वर्या राय से शादी नहीं करना चाहते थे लेकिन उनके परिवार ने उनकी एक नहीं सुनी। हालांकि परिवार से दूरी रखते हुए भी तेज प्रताप ने अपने पिता से मुलाकात की जो रांची में चारा घोटाले के मामले में सजा काट रहे हैं। बहरहाल, तेज प्रताप ने एक जनवरी को अपनी मां से भावुक मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने कहा, ‘‘मेरी मां, हर संघर्ष में मेरे साथ है।’’ तेजस्वी के साथ भी उनकी सुलह होती दिखी जिन्होंने बड़े भाई के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।