नई दिल्ली: चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ सोमवार (22 जनवरी) को केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) विशेष जज बी.एम. लोया की मौत की स्वतंत्र जांच वाली दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। लोया की मौत सोहराबुद्दीन शेख मामले की सुनवाई के दौरान हुई थी। इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला और महाराष्ट्र के पत्रकार बंधुराज संभाजी लोने ने जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराने को लेकर याचिका दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से शनिवार को जारी सूचीपत्र में बताया गया है कि इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली पीठ करेगी, जिसमें जस्टिस ए.एम. खानविलकर और जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ भी होंगे। इससे पहले जस्टिस अरुण मिश्र ने इस मामले से संबंधित दोनों याचिकाओं की सुनवाई की थी।
सुप्रीम कोर्ट के चार शीर्ष जजों की ओर से बागी तेवर अपनाने की एक वजह जज लोया की मौत के मामले का आवंटन भी था। इन जजों ने 12 जनवरी को प्रेस वार्ता में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में सबकुछ ठीक नहीं है। जस्टिस अरुण मिश्र की अध्यक्षता वाली पीठ ने 17 जनवरी को खुद ही इस मामले से अलग कर लिया था। इससे पहले पीठ ने महाराष्ट्र सरकार से जस्टिस लोया की मौत से संबंधित सभी दस्तावेज याचिकाकर्ताओं को साझा करने के आदेश दिए थे।
यह मामला इसलिए सुर्खियों में है, क्योंकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मामले के एक आरोपी थे। अमित शाह को बाद में सीबीआई की विशेष अदालत ने शोहराबुद्दीन शेख मामले में बरी कर दिया था।