जोधपुर। बोरवेल में गिरी बच्ची को जीवित नहीं निकाला जा सका. 15 घंटे की मशक्कत के बाद उसका शव ही बाहर निकाला जा सका. लापरवाही चार साल की बच्ची सीमा के जीवन को खा गई. जैसे ही बच्ची की मौत की खबर परिजनों को मिली घर में कोहराम मच गया. इधर प्रशासनिक तौर पर परिजन को एक लाख रुपये की सहायता राशि दिए जाने आश्वासन दिया गया है.
जिले के खेड़ापा के मेलाणा गांव में बोरवेल में गिरी चार वर्षीय बच्ची सीमा को बचाया नहीं जा सका. मासूम को बचाने के लिए चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया. करीब 15 घंटे चले ऑपरेशन के बाद मंगलवार को बोरवेल से बच्ची का शव बरामद हुआ है. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया है. बच्ची की मौत के बाद उसके पिता की तबीयत बिगड़ गई.
रात तक जमे रहे विधायक: इस घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक पुखराज गर्ग भी जोधपुर से घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर बच्ची को सकुशल बाहर निकालने के लिए जल्दी से जल्दी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दिए. बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलने पर मेलाणा सहित आसपास के गांव-ढाणियों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी मौके पर एकत्रित हो गई. देर रात तक यहां पहुंची 108 एंबुलेंस की मदद से बोरवेल में ऑक्सीजन छोड़ी जाती रही, ताकि बच्ची को जीवित बाहर निकाला जा सके. पीडि़त परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है.