कभी NRC ,कभी CAA, कभी धारा 370 तो कभी मोदी सरकार की नीतियों के फैसलों पर राजनीतिक अखाड़ा बन चुकी JNU यूनिवर्सिटी की एक बड़ी लापरवाही का खुलासा हुआ है। यर खुलासा एक RTI के जरिये हुआ है। RTI में मिली जानकारी के अनुसार JNU यूनिवर्सिटी में लगभग 41 तरीके के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे है जिनमें कुल 48 देशों के कुल 301 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। लेकिन 82 छात्रों की राष्ट्रीयता क्या है ये यूनिवर्सिटी को पता नही है।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि अफगानिस्तान,कनाडा,जापान, सीरिया,बांग्लादेश, कोरिया, अमेरिका सहित कुल 48 देशों के छात्र पढ़ रहे है लेकिन यूनिवर्सिटी को 82 छात्रों के बारे में नही पता की ये छात्र किस देश के है। ऐसे में अब ये सवाल खड़े हो रहे है कि ये छात्र कौन है जिनकी जानकारी यूनिवर्सिटी के पास नही है?
RTI कोटा के सुजीत स्वामी ने लगाई है जिसमे उन्होंने जानकारी मांगी थी कि कुल कितने छात्र यूनिवर्सिटी में, किस किस देश के है। जिसका जवाब बेहद चौंकाने वाला मिला। यूनिवर्सिटी को 301 विदेशी छात्रों में से 82 के बारे में नहीं पता कि ये किस देश से आये है? ऐसे में अब RTI एक्टिविस्ट सुजीत स्वामी की नरेंद्र मोदी सरकार से मांग है कि ऐसे छात्रों की जांच होनी चाहिए कि ये कहाँ से है और यहां कब से पढ़ रंहें है?