श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल प्रशासन ने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में पिछले वर्ष की गई नियुक्तियों को रद्द कर दिया है। एक जांच में पता चला था कि भर्ती प्रक्रिया में खामियां थीं, जिसके बाद ये नियुक्तियां रद्द की गई हैं। राज्य में पूर्ववर्ती पीडीपी- भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा 2018 में की गई भर्तियां तब आलोचनाओं के घेरे में आई थीं जब कुछ नेताओं के रिश्तेदारों के नाम सूची में आने के बाद भाई- भतीजावाद के आरोप लगे थे।
इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने चयन प्रक्रिया की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी की तरफ से जारी आदेश में बताया गया, ‘‘2016 के विज्ञापन संख्या केवीआईबी, 01 के तहत केवीआईबी में की गई सभी नियुक्तियों को रद्द किया जाता है।’’
रद्द करने के आदेश तत्कालीन प्रधान सचिव (गृह) आर के गोयल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय जांच समिति की अनुशंसा के आधार पर दिए गए हैं। हालांकि, आदेश में कहा गया है कि केवीआईबी विभिन्न श्रेणी के चयनित उम्मीदवारों को सुनवाई का मौका देगी और चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति को रद्द करने से पहले कानून के तहत आवश्यक सभी औपचारिकताओं को पूरा करेगी।